बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. करण जौहर आज 47 साल के हो गए हैं. इसके साथ ही करण जौहर एक बेहद ही अनुभवी फिल्म निर्माता होने के साथ-साथ निर्माता इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा महत्वाकांक्षी व्यक्तित्व वाले इंसान हैं. करण जौहर ने बॉलीवुड को कई बेहतरीन फिल्में दी हैं. वहीं इस समय करण जौहर अपना जन्मदिन न्यूयॉर्क में मना रहे हैं. करण जौहर जुड़वां यश जौहर और रूही जौहर के गर्वित पिता हैं. वहीं वर्तमान में करण फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े बॉलीवुड निर्माताओं में से एक हैं.
हालांकि उनकी नई मेगा फिल्म जैसे कलंक बॉक्स ऑफिस पर बड़े पैमाने पर कोई कमाल नहीं दिखा पाई थीं, लेकिन करण जौहर ने फिल्म सिम्बा, धड़क और राजी जैसी फिल्मों में निर्माता के तौर पर काम किया है जिन्होंने साल 2018 में बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया. इसके अलावा करण जौहर के पास कुछ कुछ होता है, कभी खुशी कभी गम, माई नेम इज खान और स्टूडेंट ऑफ द ईयर जैसी फिल्मों का क्रेडिट भी है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि करण जौहर ने अपने क्रेडिट के लिए कुछ अभिनय के संकेत भी दिए हैं. जी हां, आज निर्देशक करण जौहर के जन्मदिन पर हम उनसे और उनकी फिल्मों से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बताने जा रहे हैं.
1. फिल्म निर्देशक होने के अलावा करण जौहर ने एक्टिंग में भी हाथ आजमाया है. फिल्म बॉम्बे वेलवेट में करण जोहर ने कैजाद खंबाटा की भूमिका में नजर आए थें, जिसकी फिस उन्होंने केवल 11 रु. ही ली थी. जबकि इसका कारण अभी भी किसी को नहीं पता है. लेकिन फिल्म चल नहीं पाई जिसके चलते करण जौहर को अपने फैसले पर ताफी पछतावा भी हुआ था.
2. करण जौहर के पिता यश जौहर चाहते थे कि वे अभिनेता बनें और धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले उन्हें बॉक्स ऑफिस पर लॉन्च करने के लिए भी तैयार थे. हालांकि करण जौहर ने कबूल किया है कि वह कहीं न कहीं इस लाइन को जानते थे कि वह कैमरे के पीछे ही काम करने वाले हैं.
3. करण जौहर ने फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर में अगर आलिया भट्ट, वरुण धवन या सिद्धार्थ मल्होत्रा को लिए नहीं लिया होता, तो करण जौहर ने गुलशन ग्रोवर के बेटे संजय ग्रोवर को फिल्म में लॉन्च किया होता. हालांकि संजय ग्रोवर ने स्टूडेंट ऑफ द ईयर में काम करने से मना कर दिया था.
4. 1998 की सुपरहिट फिल्म कुछ कुछ होता है के बाद निर्देशक के रूप में करण जौहर की दूसरी ब्लॉकबस्टर फिल्म कभी खुशी कभी गम थी. यह पहली सुपर हिट फिल्मों में से एक थी, जिस पर एक किताब भी लिखी गई थी.
5. मल्टी स्टारर फिल्म कभी अलविदा ना कहना ने 2006 में बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया था. फिल्म के बारे में यह कहा जाता है कि करण जौहर ने इस कहानी को कही असलियत में घटते हुए देखा था, जिसके बाद उनके मन में इसके ऊपर एक कहानी तैयार करके फिल्म बनाने की बात दिमाग में आई, जिसके बाद इस फिल्म का निर्माण हुआ. ये कहानी लंदन के एक शादीशुदा जोड़े पर आधारित थी.
6. करण जौहर ने पहली बार आदित्य चोपड़ा के साथ ब्लॉकबस्टर फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे में सहायक निर्देशक के रूप में अपना करियर की शुरूआत की, जो आज तक भारतीय सिनेमा की सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जाती है.
7. माई नेम इज़ खान विशेष रूप से करण जौहर के पारिवारिक ड्रामे में से एक थी. इस फिल्म में शाहरुख खान और काजोल को एक-दूसरे से प्यार हुआ था, वह वास्तव में क्रिस और गिसेला स्लेटर-वॉकर द्वारा लिखी गई एक किताब से प्रेरित थी, जिसका शीर्षक था एक असपर शादी.
8. करण जौहर की महत्वाकांक्षा ऑस्कर के रेड कार्पेट पर चलने और एक अकादमी पुरस्कार जीतने की है. इससे पहले करण जौहर ने एक बार कहा था कि वह अपने भाषण की कई बार तैयारियां करते रहते हैं जो वह ऑस्कर लेने के समय पढ़ेंगे और साथ में कहेंगे यह आपके लिए है भारत.
9. फैशन के प्रति उनके प्यार को देखते हुए, यह आश्चर्य की बात नहीं है कि करण जौहर ने वीर-जारा और दिल तो पागल है में शाहरुख खान की हर ड्रेस को खुद ही डिजाइन किया था. इसके साथ ही करण अमिताभ बच्चन की ब्लॉकबस्टर हिट फिल्म मोहब्बतें में कॉस्ट्यूम डिजाइनर भी थे.
10. करण जौहर ने कथित तौर पर फिल्म ऐ दिल है मुश्किल की पूरी फिल्म की स्क्रिप्ट महज 30 दिनों में लिखी थी.
Indian Cricket Team: ऐसा माना जा रहा है कि इंग्लैंड सीरीज के लिए भारतीय स्क्वॉड…
Adam Gilchrist: भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी तकरीबन 10 साल बाद हारी है.…
द्र सरकार देश की बड़ी सरकारी तेल कंपनियों को बड़ा तोहफा दे सकती है। सरकार…
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए गौतम अडानी ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस…
Nitish Kumar Reddy: भारतीय ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 से वापस लौटने…
फिल्म गेम चेंजर ने भारत में 10,858 शो के 4 लाख से ज्यादा टिकटों के…