मुंबई: Happy Birthday Asha Parekh: जब भी 60 और 70 के दशक की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों की चर्चा होती है तो उसमें आशा पारेख का नाम शामिल होना स्वाभाविक है। अपने समय में आशा पारेख ने सिनेमा जगत में राज किया। हालांकि आशा पारेख ने भी अपने जिंदगी में कई संघर्ष देखे और कई फिल्मों से रिजेक्ट हुई लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। इसी बात का नतीजा है आज 30 सितंबर को 68वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से आशा पारेख को सम्मानित किया जा रहा है। आशा पारेख का जन्म 2 अक्तूबर 1942 में गुजरात में हुआ था। गुजराती परिवार से ताल्लुक रखने वाली आशा पारेख की माता मुस्लिम धर्म की थी। वहीं उनके पिता गुजराती थे। आइए जानते हैं उनसे जुड़े फैक्ट्स
सत्तर के दशक में आशा पारेख को नासीर हुसैन के लव अफेयर के चर्चे होने लगे थे, नसीर हुसैन ने ही आशा पारेख की फिल्म “दिल देके देखो” का निर्देशन किया था, कहा जाता है आशा पारेख मन ही मन नसीर हुसैन से बेहद मोहब्बत करती थी। लेकिन नसीर हुसैन तब शादीशुदा थे, इसीलिए दोनों की शादी नहीं हो सकी थी। एक इंटरव्यू के दौरान आशा पारेख ने इस बारे में कहा था कि वो नहीं चाहती थीं कि नासिर हुसैन कभी भी अपने परिवार से अलग हों, इसलिए उन्होंने कभी उनसे शादी नहीं की।
आशा पारेख को आज कौन नहीं जानता है, लेकिन एक समय ऐसा था जब उन्हें कोई नहीं जानता था, मात्र दस साल की उम्र में उन्होंने सिनेमा जगत में कदम रख दिया था। उन्होंने 95 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया है।
आशा पारेख को भारतीय सिनेमा की हिट गर्ल का नाम दिया गया था, क्योंकि उन्होंने सत्तर के दशक में कई हिट फिल्में दी हैं। उस समय ऐसी कोई फिल्म नहीं होती थी जिसमें आशा पारेख हों और फिल्म हिट न हो। आशा पारेख अपने दौर की सबसे महंगी कलाकारों में से एक थीं। कहा जाता है कि आशा पारेख 70 के दशक में इतनी फीस लेती थीं, जितनी उस दौर के अभिनेताओं को भी नहीं मिलती थी, वो उनसे कई गुना ज्यादा फीस लेती थी।
करण ने किया तेजस्वी का करियर खराब? हुए ट्रोल
बेटी को जिंदा करने के लिए करते रहे तंत्र मंत्र, शव से दुर्गंध आने लगी तब हुआ खुलासा
बेहद करीबी पारिवारिक मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने एक बार अपनी इटालियन पत्नी…
इस वायरल वीडियो में रेखा को अमिताभ बच्चन के पोते अगस्त्य नंदा को गले लगाते…
फआईआर में पिता ने कहा कि 10 लाख रुपये नकद देने के बाद अंगूठी की…
पाकिस्तान इंटरनेट स्पीड के मामले में 111 देशों में 100वें और ब्रॉडबैंड स्पीड में 158…
38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड में होना है, इसलिए इन्हें 'उत्तराखंड 2025' नाम से…
सोमवार को संभल के शिव मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं…