नई दिल्ली: मशहूर लिरिसिस्ट और उर्दू कवि गुलजार को ज्ञानपीठ अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। इसकी अनाउंसमेंट ज्ञानपीठ सिलेक्शन कमिटी ने शनिवार को की है। बता दें कि ज्ञानपीठ सिलेक्शन कमिटी ने एक ऑफिशियल अनाउंसमेंट जारी करते हुए लिखा कि यह अवॉर्ड दो भाषाओं के फेमस लेखकों, संस्कृत साहित्यकार जगद्गुरु रामभद्राचार्य और मशहूर उर्दू साहित्यकार श्री गुलजार(Gulzar To Get Jnanpith Award) को देने का फैसला लिया गया है।
जानकारी दे दें कि ऑफिशियल सिलेक्शन कमिटी की प्रेस रिलीज में गुलजार को अवॉर्ड देने की अनाउंसमेंट करते हुए कहा गया है कि अपनी लंबी फिल्म जर्नी के साथ ही, गुलजार साहित्य के क्षेत्र में नए मील के पत्थर रख रहे हैं। बता दें कि कविता में उन्होंने एक नई शैली ‘त्रिवेणी’ की खोज की जो तीन लाइन्स की एक गैर – मुकफा कविता है। दरअसल, गुलजार ने अपनी शायरी के जरिए हमेशा कुछ नया रचा है। वहीं, पिछले कुछ समय से वह बच्चों की कविता पर भी गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं।
दरअसल, गुलजार एक लिरिसिस्ट और कवि होने के साथ-साथ एक बेहतरीन फिल्ममेकर भी हैं। गुलजार साहब ने मेरे परिचय, अपने, आंधी, मौसम और लेकिन जैसी फिल्में बनाई हैं और इसके अलावा उनका नाम उनके दौर के बेहतरीन(Gulzar To Get Jnanpith Award) उर्दू कवियों में से शुमार किया जाता है।
बता दें कि ज्ञानपीठ अवॉर्ड से पहले भी गुलजार साहब को कई अवॉर्ड्स से नवाजा जा चुका है। गुलजार साहब को पहले दादा साहब फाल्के पुरस्कार, पद्म भूषण, एक ऑस्कर, साहित्य अकादमी पुरस्कार, एक ग्रैमी ट्रॉफी(Gulzar To Get Jnanpith Award) और कई नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिल चुके हैं।
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