मुंबई: आज हम आपको ऐसे शख्स की कहानी बताने है रहे है, जो कभी दिल्ली के दरियागंज में जूस की दुकान चलाता था. इस व्यक्ति ने म्यूजिक इंडस्ट्री में कदम रखा तो पूरी इंडस्ट्री का नक्शा ही बदल दिया. हर बड़ी कंपनी को पीछे छोड़कर पूरे मार्केट पर अपना कब्जा कर लिया, लेकिन कामयाबी की […]
मुंबई: आज हम आपको ऐसे शख्स की कहानी बताने है रहे है, जो कभी दिल्ली के दरियागंज में जूस की दुकान चलाता था. इस व्यक्ति ने म्यूजिक इंडस्ट्री में कदम रखा तो पूरी इंडस्ट्री का नक्शा ही बदल दिया. हर बड़ी कंपनी को पीछे छोड़कर पूरे मार्केट पर अपना कब्जा कर लिया, लेकिन कामयाबी की यही सीढ़ी इस व्यक्ति को ऐसे मोड़ पर ले गई, जहां से वह फिर कभी भी वापस नहीं लौट पाया. दुश्मनों ने उन पर 16 गोलियां चलाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. आज हम आपको बताते रहे हैं कि आखिरकार इतनी बेरहमी से गुलशन कुमार का कत्ल क्यों किया ?
दरअसल 5 मई साल 1951 के दिन दिल्ली के मध्यमवर्गीय पंजाबी फैमिली में जन्मे गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) के पिता चंद्रभान की राजधानी दिल्ली के दरियागंज इलाके में जूस की दुकान थी. वहीं गुलशन ने भी इस दुकान में अपने पिता के साथ काम किया. लेकिन एक दिन वह जूस का काम करते-करते ऊब गए तब उनके पिता ने उनके लिए एक दूसरी दुकान ले ली. आपको बता दें कि इस दुकान में गाने रिकॉर्ड करने के बाद केवल 7 रुपये में कैसेट्स बेची जाती थीं. लेकिन हैरानी वाली बात तो ये है कि गुलशन ने इसी दुकान से सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड की नींव भी रखी, जो आज देश की सबसे बड़ी म्यूजिक कंपनी बन चुकी है.
साल 1997 में म्यूजिक इंडस्ट्री के कुछ प्रसिद्ध लोग अंडरवर्ल्ड के निशाने पर आ चुके थे. इस दौरान 12 अगस्त साल 1997 के दिन ऐसा कांड हुआ, जिसने मायानगरी ही नहीं, पूरे देश को झंझोड़कर रख दिया. इस दिन सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर गुलशन कुमार को सरेआम गोलियों से भून दिया गया. इस दिन 42 साल के गुलशन कुमार अपने घर से पूजा की थाली लेकर निकले. उस समय घड़ी में 10 बजकर 10 मिनट का वक्त हो रहा था. गुलशन कुमार डेली जीतनगर स्थित शिव मंदिर जाते थे, जो उन्होंने 4 साल पहले देखा था और महंगे टाइल्स आदि लगवाकर उसे नया बनवा दिया था. वहीं गुलशन कुमार का डेली रुटीन तय था, जो अंडरवर्ल्ड की नजरों में भी आ गया था.
गुलशन कुमार के मंदिर से वापस लौटते समय एक शख्स ने उनके सर पर रिवॉल्वर लगा दिया. गुलशन कुमार ने सवाल किया कि यह क्या कर रहे हो? तभी उस शख्स ने जवाब देते हुए कहा कि बहुत कर ली पूजा, अब ऊपर जाकर करना. वहीं इसके बाद पहली गोली चली, जो गुलशन कुमार के माथे को छूती हुई निकल गई. उन्होंने भागने का प्रयास किया और पास मौजूद एक घर में सहायता की गुहार लगाई, लेकिन दरवाजा बंद कर लिया गया. वहीं इसी के साथ हमलावरों ने 16 गोलियां मारकर गुलशन कुमार को मौत के घाट उतार दिया. ये खबर सुनकर हर तरफ शोक का माहौल छा गया.
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