गोविंदा ने 1987 में सुनीता से शादी की थी, लेकिन इस बात को उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री और अपने फैंस से लंबे समय तक छुपाकर रखा। गोविंदा के अनुसार, उस समय का माहौल ऐसा था कि शादीशुदा अभिनेताओं की फैन फॉलोइंग पर असर पड़ता था। उन्हें डर था कि शादी की खबर उनके करियर को नुकसान पहुंचा सकती है।
मुंबई: बॉलीवुड के हीरो नंबर 1 गोविंदा आज, 21 दिसंबर को अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं। 80 और 90 के दशक में अपनी शानदार अदाकारी और डांस से लोगों के दिलों पर राज करने वाले गोविंदा की निजी जिंदगी में भी कई दिलचस्प पहलू छिपे रहे हैं। उनकी शादीशुदा जिंदगी से जुड़ा एक ऐसा राज है, जिसे उन्होंने करीब एक दशक तक छिपाकर रखा।
गोविंदा ने 1987 में सुनीता से शादी की थी, लेकिन इस बात को उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री और अपने फैंस से लंबे समय तक छुपाकर रखा। गोविंदा ने एक बार सिमी ग्रेवाल के चैट शो में बताया कि कम उम्र में ही वह सुनीता के प्यार में पड़ गए थे। जैसे ही उनके माता-पिता को उनके रिश्ते का पता चला, उन्होंने तुरंत उनकी शादी करा दी।
गोविंदा के अनुसार, उस समय का माहौल ऐसा था कि शादीशुदा अभिनेताओं की फैन फॉलोइंग पर असर पड़ता था। उन्हें डर था कि शादी की खबर उनके करियर को नुकसान पहुंचा सकती है। यही कारण था कि उन्होंने और सुनीता ने शादी के बाद सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे के साथ जाने से भी परहेज किया। हालांकि शादी के समय गोविंदा अभिनेत्री नीलम को पसंद करते थे। उन्होंने सिमी ग्रेवाल के शो में बताया था कि नीलम के प्रति अपने एकतरफा प्यार के कारण वह सुनीता से सगाई तोड़ने का भी सोच रहे थे। लेकिन नीलम ने उन्हें कभी अपना पार्टनर नहीं माना और सिर्फ एक को-स्टार समझा।
शादी के बाद गोविंदा ने सुनीता को बदलने की कोशिश की और उनसे कहा कि वह नीलम जैसी बनें। हालांकि सुनीता ने स्पष्ट कर दिया कि वह अपने रियल
पर्सनैलिटी में ही खुश हैं। यह आत्मविश्वास और ईमानदारी उनके रिश्ते की नींव बनी। वहीं बेटी टीना और बेटे यशवर्धन के जन्म के बाद गोविंदा और सुनीता की शादी की खबरें सार्वजनिक हुईं। आज यह जोड़ी बॉलीवुड की सबसे मजबूत जोड़ियों में से एक मानी जाती है।
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