नेटफ्लिक्स अब भारत के लिए अपनी ओरिजिनल केटेगरी के तहत भूतिया सीरीज 'घूल' लेकर आया है. ऐसे में हॉरर सीरीज की कहानी के बारे में समझें तो इसमें काफी कुछ ऐसा है जिससे आर्मी वालों को पचाना मुश्किल हो जाएगा और वे शायद उसे पसंद न करें.
नई दिल्ली. नेटफ्लिक्स सीरीज अब भारत के लिए अपनी ओरिजिनल केटेगरी के तहत भूतिया सीरीज ‘घूल’ लेकर आया है. सोशल मीडिया पर 2 महीने से इस हॉरर सीरीज की जबरदस्त चर्चा है. 24 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर घूल के पहले सीजन के 3 एपिसोड रिलीज कर दिए गए हैं . लेकिन इस सीरीज को देखकर देश की वो जमात नाराज हो सकती है, जिसके परिवार का कोई सदस्य आर्मी में है या जो आर्मी के खिलाफ कुछ भी सुनना गवारा नहीं करते.
‘घूल’ को डायरेक्ट किया है पैट्रिक ग्राहम ने, जो ब्रिटिश मूल के हैं और इंडियन टीवी इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं. ब्लूम हाउस प्रोडक्शन्स ने इसे बनाया है, और अनुराग कश्यप के फैंटम प्रोडक्शन्स के बैनर तले इसे रिलीज किया गया है.
इस सीरीज में राधिका आप्टे और मानव कॉल के मुख्य भूमिका है. दोनों ही आर्मी ऑफिसर्स बने हैं. राधिका एक मुस्लिम आर्मी अफसर के रोल में है, जिसे मानव कौल की अगुआई में चल रहे एक इंटेरोगेशन सेंटर में काम करने के लिए भेजा जाता है और वहां घुस आता है एक घूल यानि पिशाच.
उसके बाद क्या होता है और ऐसा क्या है इस सीरीज में की आर्मी फैन्स हो सकते हैं नाराज, जानने के लिए देखिये ‘घूल’ का रिव्यू विष्णु शर्मा के साथ इस वीडियो में-