मुंबई: आम तौर पर देखा गया है कि दो अभिनेत्रियां आपस में अच्छी दोस्त नहीं होती हैं लेकिन इस मामले में हिंदी सिनेमा में एक साथ अपनी अभिनय यात्रा शुरू करने वाली फातिमा सना शेख और सान्या मल्होत्रा की दोस्ती का एक मिसाल है. बता दें कि दोनों अभिनेत्रियों ने आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ […]
मुंबई: आम तौर पर देखा गया है कि दो अभिनेत्रियां आपस में अच्छी दोस्त नहीं होती हैं लेकिन इस मामले में हिंदी सिनेमा में एक साथ अपनी अभिनय यात्रा शुरू करने वाली फातिमा सना शेख और सान्या मल्होत्रा की दोस्ती का एक मिसाल है. बता दें कि दोनों अभिनेत्रियों ने आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ से शुरुआत की है. हालांकि इस फिल्म में फातिमा सना शेख और सान्या मल्होत्रा ने गीता फोगाट और बबीता फोगाट नामक दो सगी बहनों की किरदार निभाई और तब से वास्तविक जीवन में भी दोनों एक-दूसरे को बहन और दोस्त मानती है. हालांकि जल्द ही ये दोनों अभिनेत्रियां फिल्म ‘सैम बहादुर’ में साथ काम करते हुए नजर आने वाली है.
अभिनेत्री फातिमा सना शेख और सान्या मल्होत्रा अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहती हैं कि ‘हम लोग साथ में स्कूटी से ऑडिशन देने जाते थे. फिल्म ‘दंगल’ से पहले हमने साथ में बहुत से फिल्मों के ऑडिशन दिए.’ बता दें कि सान्या मल्होत्रा ने कहा कि ‘मैं हमेशा भगवान से यही प्रार्थना करती थी कि भले ही मेरा चयन ना हो पर फातिमा का ऑडिशन सही हो जाए और उसको फिल्में मिल जाए. हालांकि मैं खुद को बहुत भाग्यशाली महसूस करती हूं कि मेरी जिंदगी में फातिमा जैसी दोस्त है.’
बता दें कि इंदिरा गांधी की भूमिका निभा चुकी और अभिनेत्रियों से तुलना के बारे में फातिमा सना शेख का कहना है कि ‘मैं अपनी तुलना किसी से नहीं करती, मेरे किरदार को लेकर जो फिल्म की निर्देशक मेघना मैडम की सोच रही हैं. बता दें कि मैंने उसी का अनुसरण किया है’. साथ ही सान्या मल्होत्रा कहती हैं कि ‘जब मेघना मैडम ने ‘सैम बहादुर’ के लिए फोन किया और मुझे फिल्म की स्क्रिप्ट सुनाई तो मैंने अपने आपको उनके हवाले कर दिया’.