नई दिल्ली : कई बार कुछ ऐसी फिल्में होती हैं जो बॉक्स ऑफिस पर तो कमाल नहीं कर पाती लेकिन रिलीज़ के बाद जब उन्हें ओटीटी पर देखा जाता है तब तक लोगों की सोच बदल जाती है और फिल्में खुद ब खुद हिट की कैटेगरी में ना आते हुए भी हिट साबित हो जाती […]
नई दिल्ली : कई बार कुछ ऐसी फिल्में होती हैं जो बॉक्स ऑफिस पर तो कमाल नहीं कर पाती लेकिन रिलीज़ के बाद जब उन्हें ओटीटी पर देखा जाता है तब तक लोगों की सोच बदल जाती है और फिल्में खुद ब खुद हिट की कैटेगरी में ना आते हुए भी हिट साबित हो जाती हैं. ऐसा ही हुआ इन फिल्मों के साथ जिन्हें उस समय में तो बेहद कम आंका गया जब वह रिलीज़ हुईं लेकिन समय के साथ-साथ इन फिल्मों ने ओटीटी जैसे प्लेटफॉर्म पर अच्छा प्रदर्शन किया और आज सबसे अधिक देखी जा रही हैं.
अगर आप हॉरर जॉनरे के दीवाने हैं तो ऐसा नहीं हो सकता कि आपने ये नाम ना सुना हो. आज से करीब तीन साल पहले इस फिल्म को रिलीज़ किया गया था. हॉरर फिल्म तुम्बाड बॉक्स ऑफिस पर तो ज़्यादा कमाल नहीं कर पाई लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ये काफी सफल फिल्म साबित हुई. इस फिल्म की कहानी अलग और काफी शानदार है. इसने भारतीय हॉरर फिल्म के टेस्ट को बहुत हद तक बदलने की कोशिश भी की है. आपको भी यह फिल्म एक बार तो जरूर देखनी चाहिए.
अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने वाले संजय मिश्रा किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. लंबे संघर्ष और अलग अलग रोल के बाद संजय मिश्रा को बेहद पसंद किया जाने लगा है. फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने आर्ट फिल्मों का दामन कभी नहीं छोड़ा. उनकी फिल्म कामयाब दृश्यम फिल्म्स बैनर के तले बनी थी जिसमें भी उनकी एक्टिंग देखने वाली है. अदाकार की जिंदगी पर आधारित फिल्म बॉक्स ऑफिस पर तो सफल नहीं थी लेकिन ओटीटी की दुनिया में इसका काफी नाम है.
ये बॉलीवुड की सबसे अंडररेटेड फिल्मों में से एक है. इस फिल्म में आपको सिंगल जीवन के सही मायने देखने को मिलेंगे. अभिनेता इरफान खान दुनिया को बेशक अलविदा कह चुके हैं लेकिन उनकी फिल्में और अदाकारी आज भी और आने वाले कितने ही दशकों तक एक उपहार रहेगी. यही उपहार इस फिल्म में तनुजा चंद्रा के निर्देशन में और पार्वती के साथ देखने को मिलने वाला है. यह फिल्म ओटीटी की मोस्ट डिमांड फिल्मों में से एक है.
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