आईएफटीडीए के अशोक पंडित ने बताया, 'हम 'पद्मावती' और संजय लीला भंसाली को अपना समर्थन देना जारी रखेंगे क्योंकि अपने तरीके से कहानी बताना एक रचनात्मक शख्स का बुनियादी अधिकार है.' उन्होंने कहा, 'संजय एक जिम्मेदार फिल्मकार हैं और इतिहास से संबंधित फिल्म बनाना आसान काम नहीं बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी है.
मुंबई: संजयलीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर जहां राजनीति चरम पर है तो वहीं बॉलीवुड इंडस्ट्री एकजुट नजर आ रही है. एक के बाद बयानबाजी का दौर जारी है इसी कड़ी में अब ‘इंडियन फिल्म और डायरेक्टर्स एसोसिएशन’ (आईएफटीडीए) फिल्म एवं टेलीविजन उद्योग 20 अन्य निकायों के साथ मिलकर फिल्म के प्रति समर्थन जता रहा है. जहां एसोसिएशन ने योजना बनाई है कि वो व्यक्तिगत रचनात्मकता और अभिव्यक्ति की आजादी की सुरक्षा के लिए इंडस्ट्री को 15 मिनट के ब्लैकआउट रखेगा.
आईएफटीडीए के अशोक पंडित ने इस योजना की पुष्टि करते हुए बताया, ‘हम ‘पद्मावती’ और संजय लीला भंसाली को अपना समर्थन देना जारी रखेंगे क्योंकि अपने तरीके से कहानी बताना एक रचनात्मक शख्स का बुनियादी अधिकार है.’ उन्होंने कहा, ‘संजय एक जिम्मेदार फिल्मकार हैं और इतिहास से संबंधित फिल्म बनाना आसान काम नहीं बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी है. फिल्म के साथ अपनी एकता और समर्थन दर्शाने के लिए हम रविवार को 15 मिनट के ब्लैकआउट के लिए एकत्रित होंगे, जहां मुंबई में सभी शूटिंग इकाईयों की रोशनी बुझा दी जाएगी और कोई शूटिंग नहीं होगी.’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो फिल्मों का विरोध करने वालों, निर्माताओं और कलाकारों को धमकाने वाले गैर-संस्थागत संस्थाओं का कड़ा विरोध करते हैं. आपको बता दें कि फिल्म की पद्मावती की शूटिंग जब से शुरू हुई है जब से करणी सेना सरीखे कई कट्टरपंथी ताकतों की इस पर नजर है. राजस्थान में तो भंसाली पर हमले भी हो चुके हैं और फिल्म की अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को नाक काटने और जिंदा जलाने तक का फरमान जारी हो चुका है. पद्मावती 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी लेकिन इस विरोध के चलते मेकर्स ने फिल्म की रिलीज टाल दिया. मेकर्स ने इस बात की कोई जानकारी नहीं दी है फिल्म की रिलीज आखिर कब होगी. खैर भंसाली के लिए ये अच्छी खबर है कि कम से कम बॉलीवुड इंडस्ट्री उनके समर्थन में है.
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