Farooq Abdullah on The Kashmir Files मुंबई, कश्मीर फाइल्स जब से आई है तब से ही ये फिल्म सुर्ख़ियों में बनी हुई है, एक ओर जहाँ इस फिल्म की तारीफ़ हो रही है तो वहीं दूसरी ओर, फिल्म को लेकर काफी विवाद भी हो रहा है. तमाम सोशल मीडिया यूज़र्स और सेलेब्स इस फिल्म पर […]
मुंबई, कश्मीर फाइल्स जब से आई है तब से ही ये फिल्म सुर्ख़ियों में बनी हुई है, एक ओर जहाँ इस फिल्म की तारीफ़ हो रही है तो वहीं दूसरी ओर, फिल्म को लेकर काफी विवाद भी हो रहा है. तमाम सोशल मीडिया यूज़र्स और सेलेब्स इस फिल्म पर अपनी राय दे रहे हैं. इसी कड़ी में फ़ारूक़ अब्दुल्लाह (Farooq Abdullah on The Kashmir Files) ने कहा कि 90 में कश्मीरी पंडितों के साथ जो हुआ उसकी जांच के लिए कमेटी बनानी चाहिए और अगर वे इसमें गलत साबित हुए तो उन्हें फांसी की सज़ा भी मंजूर है.
जब से कश्मीर फाइल्स फिल्म रिलीज़ हुई है, तब से सवाल उठने लगा है कि आखिर कश्मीरी पंडितों के पलायन के कौन ज़िम्मेदार है. इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्ला का नाम भी सामने आ रहा है, इसपर फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा कि ए.एस दुल्ल्त (उस वक्त के रॉ प्रमुख), आरिफ मोहम्मद खान, मोहसर रजा (उस वक्त से चीफ सेक्रेटरी) से पूछा जाए कि कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए आखिर ज़िम्मेदार कौन है, अगर ये लोग कहेंगे कि फारूक जिम्मेदार है तो मुझे जब चाहें जहाँ चाहें फांसी दे दें.
फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने आगे जांच के लिए कमीशन बनाने की मांग करते हुए कहा कि सबसे पहले कमीशन बननी चाहिए, जो देखेगा कि कौन सही है और कौन गलत. वह देखेगा कि किसने सरेआम कत्लेआम किया, किसने कुपवाड़ा में हमारी बहनों का रेप किया. किसने मस्जिद से निकल रहे लोगों को गोलियों से भून दिया. फारूक अब्दुल्ला आगे बोले कि केंद्र सरकार को दिल जोड़ने का काम करना चाहिए, ये काम फौज भेजने से नहीं होगा.