नई दिल्लीः रत्ना पाठक इन दिनों ‘धक धक’ फिल्म को लेकर काफी सुर्खियों में बनी हुई हैं। वह अपनी सह कलाकार दीया मिर्जा, फातिमा सना शेख और संजना सांघी के साथ फिल्म के प्रचार में व्यस्त हैं। रत्ना का थिएटर, टेलीविजन और सिनेमा जैसे माध्यमों में लंबे समय तक चलने वाला अभिनय करियर रहा है। […]
नई दिल्लीः रत्ना पाठक इन दिनों ‘धक धक’ फिल्म को लेकर काफी सुर्खियों में बनी हुई हैं। वह अपनी सह कलाकार दीया मिर्जा, फातिमा सना शेख और संजना सांघी के साथ फिल्म के प्रचार में व्यस्त हैं। रत्ना का थिएटर, टेलीविजन और सिनेमा जैसे माध्यमों में लंबे समय तक चलने वाला अभिनय करियर रहा है। हाल ही में, अभिनेत्री ने अपने संघर्ष के शुरुआती दिनों को याद कर बताया कि कैसे उन्हें नसीरुद्दीन शाह की सफलता ने उनके करियर में कोई खास मदद नहीं करी है।
रत्ना पाठक शाह अपनी हालिया रिलीज फिल्म ‘धक धक’ से दर्शकों का मनोरंजन कर रही हैं। फिल्म में उनके अभिनय की भी खूब तारीफ की जा रही है ऐसे में अभिनेत्री फिल्म का जमकर प्रचार-प्रसार कर रही हैं और इंटरव्यू भी दे रही हैं। इन्हीं में से एक इंटरव्यू में अभिनेत्री ने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया और कई दिलचस्प खुलासे भी किए।
हाल ही में खबर से पता चला है, रत्ना ने बताया कि वह नसीरुद्दीन शाह की कई सफल प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रह चुकी हैं, लेकिन इसके कारण उन्हें प्रमुख भूमिकाएं नहीं मिलीं। अभिनेत्री ने कहा, ‘मैं फिल्मों में कुछ काम पाने की उम्मीद कर रही थी। हर कोई मेरे ड्राइंग रूम में बैठता था और किसी न किसी फिल्म के बारे में बात करता था। सभी तरह की चर्चाएं होती थीं क्योंकि नसीर उन फिल्मों का हिस्सा थे। इन सब के बावजूद मुझे काम नहीं मिला और इसका मुझे बहुत आश्चर्य हुआ।
रत्ना ने आगे कहा, ‘मैंने कुछ फिल्में कीं, जिनमें श्याम बेनेगल की मंडी भी शामिल है, लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने यह एक एहसान की तरह किया है। नसीर और मेरी तुरंत ही शादी हो गई थी और नसीर को दो महीने के लिए मुझे छोड़कर इस फिल्म पर काम करने के लिए जाना था। इसलिए श्याम ने कहा कि ठीक है तुम भी आ जाओ, लेकिन फिल्म में मेरी भूमिका पलक झपकते खत्म हो जाती है। हालांकि, मैंने पूरी शूटिंग का आनंद लिया।’