Dhadak review: जाह्नवी कपूर और ईशान खट्टर की धड़क आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. अपनी पहली फिल्म में ही जाह्नवी के अभिनय ने सभी को चौंका दिया है. मां श्रीदेवी के चुलबुल अंदाज के सामने जाह्नवी का दमदार अंदाज उनकी फिल्म के लिए एकदम सही है. लेकिन क्या जाह्नवी भी अपनी मां श्रीदेवी की तरह बॉलीवुड में वहीं मुकाम और जगह हासिल कर पाएगी.
बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. आम तौर पर सारे सेलेब्रिटीज ने उनकी लांचिग फिल्म ‘धड़क’ देखकर उनकी जमकर तारीफ की है। लेकिन ऐसा करना उनकी मजबूरी भी होती है, शायद ही कोई स्टार अपने को-स्टार की बेटी या बेटे की बुराई करता हो। लेकिन आम पब्लिक को इस बात की काफी उत्सुकता है कि क्या वाकई जाह्नवी श्रीदेवी की कमी को पूरा कर पाएगी, क्या उनकी पहली फिल्म में वो कैलीबर दिखता है? क्या वाकई वो उतनी ही मासूम, चुलबुली, कॉन्फीडेंट और कैमरे के सामने सहज हैं, जैसे कि श्रीदेवी थी? कम से कम पहली फिल्म तो आपकी उम्मीदें जगाती दिखती है।
जाह्नवी ने ‘धड़क’ में पार्थवी का रोल किया है, जो एक पुराने राजसी घराने की लड़की है, पिता अब राजनीति में आकर एमएलए का चुनाव लड़ रहे हैं। जाहिर है दबंग परिवार से है तो जाह्नवी का रोल भी उसी तरह का है, ऐसे में उनकी दमदार आवाज उन्हें डोमीनेटिंग बनाने में मदद करती है और वो किरदार के लिए जरूरी भी था। हालांकि श्रीदेवी जैसे चुलबुले किस्म के किरदारों में उनको परखना बाकी रहेगा।
पहले हाफ के बाद उनके किरदार में नरमी आती है, उसमें घर से दूर परेशानियों में रहकर जाह्नवी को इमोशली वीक किरदार करना होता है और जाह्नवी उसमें भी खरी उतरती हैं। आमतौर पर जितना एक स्टार संतान को पहले से जाने का फायदा मिलता है, उतनी ही उससे उम्मीदें भी बढ़ जाती हैं। ऐसे में अगर फिल्म चलती है तो उसका फायदा सबसे ज्यादा जाह्नवी को ही होगा क्योंकि जाह्नवी का किरदार ईशान से भी मजबूत है। ये अलहग बात है कि धड़क के उनके पार्थवी के किरदार की अपनी कुछ लिमिटेशंस थी और उन्हें उन्हीं में बंधकर एक्टिंग करनी थी।
जाहन्वी को झिंगाट गाने में डांस का मौका मिला भी, लेकिन ईशान के लिए ज्यादा मौका था। सो अभी बाकी जो स्किल्स हैं, उन पर जल्दी राय जाह्नवी के बारे में नहीं बनाई जा सकती। लेकिन उनकी आवाज जरूर अलग और दमदार है, जो जाह्नवी के चेहरे पर एक किस्म का अलग कॉन्फिडेंस भी लाती है। पहली फिल्म के देखते हुए ये बुरा नहीं है। इमोशनल सींस में भी जाह्नवी स्वभाविक लगी हैं, रोमांटिक सींस की तरह ही, जो एक अच्छे एक्टर की निशानी है। फिर भी काफी कुछ निर्भर करेगा कि उनकी पहली फिल्म कैसी जाती है, और उन्हें बाकी फिल्मों में कैसे रोल मिलते हैं। वैसे भी श्रीदेवी बनना आसान काम तो नहीं। अब ये उनकी मेहनत और किस्मत है, जिससे तय होगा कि ईशा देयोल और प्रतिभा सिन्हा के साथ उनका नाम शामिल होगा या काजोल और करीना कपूर के साथ.
Dhadak Review: जाह्नवी कपूर और ईशान खट्टर की फिल्म धड़क को डॉन के रीमेक से लेना था सबक