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बॉलीवुड स्टार्स ने जाकिर हुसैन को कुछ इस अंदाज़ में दी श्रद्धांजलि, कहा- बच्चों जैसी मुस्कराहट

दुनिया के मशहूर तबला वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का सोमवार सुबह अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में निधन हो गया। निधन की खबर के बाद अभिनेता अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा, "बहुत दुखद दिन... एक प्रतिभाशाली कलाकार, एक महान उस्ताद।"

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बॉलीवुड स्टार्स ने जाकिर हुसैन को कुछ इस अंदाज़ में दी श्रद्धांजलि, कहा- बच्चों जैसी मुस्कराहट
  • December 16, 2024 1:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 hours ago

नई दिल्ली: दुनिया के मशहूर तबला वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का सोमवार सुबह अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में निधन हो गया। 73 वर्षीय ज़ाकिर हुसैन दिल से जुड़ी समस्याओं के चलते पिछले दो हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे। रविवार को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में रखा गया था। उनके निधन की खबर ने देश-विदेश में उनके चाहने वालों को हैरान कर दिया है. इसी बीच बॉलीवुड सितारों ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और उन्हें अपने अपने खास अंदाज़ में श्रद्धांजलि दी है.

बॉलीवुड सितारों ने दी श्रद्धांजलि

बता दें, निधन की खबर के बाद अभिनेता अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा, “बहुत दुखद दिन… एक प्रतिभाशाली कलाकार, एक महान उस्ताद।” वहीं एक्ट्रेस करीना कपूर खान ने इंस्टाग्राम पर उनके पिता रणधीर कपूर के साथ ज़ाकिर हुसैन की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “हमेशा से उस्ताद।” इसके अलावा अक्षय कुमार ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “देश की संगीत विरासत के खजाने को खोने का गम है। ॐ शांति।”

इसके साथ ही इस दौरान अनुपम खेर एक नोट लिखने हुए कहा, दिल ना जाने कब तक उदास रहने वाला है और आवाज़ ना जाने कब तक खामोश रहने वाली है! अलविदा मेरे दोस्त। इस दुनिया से गए हो लेकिन यादों में सदियों तक रहने वाले हो. तुम भी, तुम्हारा हुनर भी और दिल को छू जाने वाली बच्चों जैसी मुस्कुराहट भी. इसके अलावा रणवीर सिंह, मलाइका अरोड़ा, सोनाली बेंद्रे और रिद्धिमा कपूर साहनी सहित कई सितारों ने भी उस्ताद ज़ाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि दी।

zakir hussain

संगीत की दुनिया के चमकते सितारे

9 मार्च 1951 को मुंबई में जन्मे ज़ाकिर हुसैन ने तबला वादन की कला अपने पिता और मशहूर तबला वादक उस्ताद अल्लाह रक्खा खान से सीखी। उन्होंने मात्र सात साल की उम्र में संगीत समारोहों में तबला बजाना शुरू कर दिया था। ज़ाकिर ने सेंट जेवियर्स कॉलेज से स्नातक और वाशिंगटन विश्वविद्यालय से संगीत में डॉक्टरेट पूरी की। उन्होंने भारतीय संगीत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई। 1991 में ग्रैमी पुरस्कार विजेता ‘प्लैनेट ड्रम’ का हिस्सा बने और कई फिल्मों के साउंडट्रैक में योगदान दिया। उन्हें पद्म श्री (1988), पद्म भूषण (2002) और पद्म विभूषण (2023) जैसे सर्वोच्च सम्मानों से नवाजा गया। उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का निधन भारतीय संगीत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी कला, योगदान और मुस्कान उन्हें सदैव अमर बनाए रखेंगे।

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