सुभाष घई के साथ गोलमाल, जिस एनजीओ की साइट शेयर की, उसका डोमेन बिकाऊ है

बॉलीवुड फिल्म निर्माता सुभाष घई ने गांधी जयंती के मौके पर एक एजुकेशन फील्ड की एक अच्छी पहल के बारे में एक वीडियो के साथ ट्वीट किया. ट्वीट के अनुसार आप देश की बेसिक शिक्षा सुधारने के लिए अपने शहर या कस्बे में योगदान दे सकते हैं. लेकिन जिस एनजीओ की वेबसाइट उन्होंने शेयर की जब उसपर क्लिक किया तो कुछ अलग ही मामला सामने आ गया.

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सुभाष घई के साथ गोलमाल, जिस एनजीओ की साइट शेयर की, उसका डोमेन बिकाऊ है

Aanchal Pandey

  • October 2, 2018 6:43 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. मशहूर फिल्म डायरेक्टर सुभाष घई आजकर ज्यादातर अपने एक्टिंग स्कूल व्हिसलिंग वुड्स में होने वाले ईवेंट्स की तस्वीरें या खबरें ट्विटर पर शेयर करते रहते हैं, कभी कभी अपनी सुपरहिट फिल्मों की 25वीं या 50वीं सालगिरह के मौके पर भी जानकारी देते हैं. लेकिन गांधी जयंती के दिन दोपहर में उन्होंने एक एजुकेशन फील्ड की एक अच्छी पहल के बारे में एक ट्वीट किया एक वीडियो के साथ. इस ट्वीट के मुताबिक आप देश की बेसिक एजुकेशन सुधारने के लिए अपने शहर या कस्बे में योगदान दे सकते हैं. लेकिन उसके साथ एक एनजीओ की जो उन्होंने वेबसाइट शेयर की, उस पर क्लिक करते ही पता लगा कि किसी ने उनके साथ गोलमाल कर दिया है.

सुभाष घई ने गांधी जयंती पर जो ट्वीट किया, पहले उसे पढ़िए- ‘’ This is how our poor children are being educated under teachers in schools. ? HELP JOIN at http://WWW.VIDYADAAN.COM Be A voluntary mentor or teacher In your town ??AN INITIATIVE BY # MESC – skill council’’. इस ट्वीट के साथ जो उन्होंने वीडियो शेयर किया था, उसमें किसी गांव या कस्बे की सरकारी प्राइमरी स्कूल की टीचर से कोई जनवरी की स्पेलिंग ब्लैकबोर्ड पर लिखवा रहा है, जिसे वो टीचर लिखती है JUNGU.

इसी वीडियो के लिए सुभाष घई ने लिखा कि ऐसे हमारे गरीब बच्चें स्कूलों में पढ़ रहे हैं. मदद करें और ज्वॉइन करें विद्यादान डॉट कॉम और अपने टाउन के स्वयंसेवी मेंटर या टीचर बनें. ऐसे में जाहिर था कि कुछ लोगों को तो इस साइट पर क्लिक करके देखना ही था कि उनके टाउन में कैसे बच्चों की मदद की जा सकती है. लेकिन साइट खोलते ही लोचा हो गया. साइट पर लिखा आ रहा है कि Vidyadaan.com नाम का डोमेन तो बिकाऊ है.

हमें लगा कि किसी ने सुभाष घई साहब के साथ शरारत कर दी और समाजसेवा के लिए सुभाष घई साहब ने उसे शेयर कर दिया है. फिर हमने पड़ताल की कि अपनी ट्वीट में जिस संस्था MESC – skill council का जो जिक्र किया है वो संस्था क्या करती है. पता चला कि इस संस्था की फुल फॉर्म है MESC यानी मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल काउंसिल और ये तो केन्द्र सरकार से जुड़ी है. इस संस्था की साइट http://www.mescindia.org/ पर जाकर पता चला कि इस संस्था की गर्वनिंग काउंसिल के चेयरमेन तो खुद सुभाष घई ही हैं और ये संस्था तमाम तरह की स्किल ट्रेनिंग के कार्यक्रम करती है.

तो फिर घई साहब पर गडबड़ कहां हुई, तो हमें लगा कि Vidyadaan के डोमेन नेम में शायद डॉट कॉम की जगह डॉट ओआरजी लगा हो और घई साहब ने गलत लिख दिया हो, तो पता चला कि Vidyadaan.org तो बक्सर (बिहार) के विद्यादान इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की वेबसाइट है. थोड़ा और सर्च किया तो http://www.vidhyadaan.com/ नाम से एक वेबसाइट मिली जो इंदौर के एक आईएएस ऑफिसर संजय दुबे के कांसेप्ट के तौर पर शुरू की गई संस्था के बारे में है, जो लगता है वाकई में प्राइमरी एजुकेशन के फील्ड में काम कर रही है. शायद सुभाष गई इसी संस्था के बारे में लिखना चाहते होंगे लेकिन बीच में एक ‘H’ मिस कर गए. अब इस बात की कनफरमेशन भी खुद घई साहब ही कर सकते हैं. क्योंकि इस संस्था की साइट पर ये जानकारी नहीं दिखी कि ये MESC की पहल है.

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