मुंबई: फिल्मी दुनिया का चमकता सितारा और अपने डांस और अभिनय के दम पर पहचान बनाने वाली माधुरी दीक्षित ने बड़ा खुलासा किया है। सुप्रसिद्ध सितारों में शुमार यह अदाकारा एक समय फिल्मों की दुनिया में नहीं आना चाहती थी। हालांकि इस बात को लेकर बहुत जानकारी चर्चा में नहीं आई है। आइये जानते है माधुरी के उन ख्वाबों को जो रह गए अधूरे…
अदाकारा माधुरी दीक्षित अपने पढ़ाई के दिनों में काफी मेधावी छात्रा थीं। माधुरी ने शुरुआती पढ़ाई डिवाइन चाइल्ड हाई स्कूल से की है। वहीं मुंबई यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है। साइंस में अपना ग्रेजुएशन करने के बाद माधुरी पैथोलॉजिस्ट बनना चाहती थीं। किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। उस समय तक उन्हें फिल्मों में रोल मिलने लगे थे। शुरूआत के कुछ फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाई। फिर भी उन्हें ठीक-ठाक काम मिलने लगा थाा। फिल्म तेजाब और राम लखन ने माधुरी दीक्षित को बॉलीवुड का दिग्गज कलाकार बना दिया।
भले ही माधुरी फिल्मों की दुनिया में आ गई। वहीं जीवन साथी फिल्मी दुनिया से अलग चुना। बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के पति श्रीराम नेने एक डॉक्टर है। माधुरी-नेने की शादी 1999 में हुई थी। शादी के बाद अभिनेत्री अपने पति के साथ रहने के लिए अमेरिका चली गई थी। बाद में परिवार सहित वापस भी आ गई।
माधुरी दीक्षित अपने वक्त में हिंदी सिनेमा की टॉप एक्ट्रेस मानी जाती रही हैं। इस अभिनेत्री की पहली फिल्म अबोध थी। सिनेमा साल 1984 में रिलीज हुई। यह बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही थी। फिल्म नहीं चल पाने के बावजूद अभिनेत्री को काम मिलने लगा था। अबोध के बाद उन्हें फिल्म तेजाब मिली। माधुरी ने तेजाब के गाने ‘एक दो तीन’ में गजब का डांस किया। डांस की खूब प्रशंसा हुई। इस फिल्म के बाद माधुरी रातों-रात स्टार बन गई।
माधुरी दीक्षित को शानदार एक्टिंग के लिये चार बार बेस्ट एक्ट्रेस श्रेणी में फिल्मफेयर का अवॉर्ड मिला है। साथ ही फिल्म देवदास के लिये माधुरी दीक्षित को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवार्ड मिला था।
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