नई दिल्ली : रवि किशन सिनेमा की दुनिया का ऐसा नाम हैं, जिन्हें किसी भी हाल में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भोजपुरी सिनेमा से लेकर साउथ तक रवि किशन ने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है। रवि किशन भोजपुरी सिनेमा के चमकते सितारे रहे हैं। रवि किशन की सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत […]
नई दिल्ली : रवि किशन सिनेमा की दुनिया का ऐसा नाम हैं, जिन्हें किसी भी हाल में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भोजपुरी सिनेमा से लेकर साउथ तक रवि किशन ने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है। रवि किशन भोजपुरी सिनेमा के चमकते सितारे रहे हैं। रवि किशन की सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास है। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए रवि किशन ने, न सिर्फ कड़ी मेहनत की बल्कि अपने पिता से चमड़े की बेल्ट से पिटाई भी खाई। तमाम बाधाओं के बाद जब एक्टर की किस्मत का सूरज उदय हुआ तो उन्होंने सफलता के शिखर को छू लिया। उनकी शानदार एक्टिंग की वजह से लोग उन्हें भोजपुरी का अमिताभ बच्चन कहने लगे। एक्टिंग की दुनिया में किस्मत चमकाने के बाद रवि किशन ने राजनीति के ओर रुख किया। उन्होंने राजनीति में भी सफलता हासिल की। फिलहाल एक्टर रवि किशन गोरखपुर से सांसद भी हैं। आज एक्टर अपना 55वां जन्मदिन मना रहे हैं। आइए इस मौके पर जानते हैं उनकी जिंदगी के कुछ किस्से।
रवि किशन ने न सिर्फ भोजपुरी फिल्मों में अपनी पहचान बनाई, बल्कि बॉलीवुड और साउथ सिनेमा में भी शानदार अभिनय किया। 500 रुपये लेकर घर से भागे रवि किशन उसी चॉल में रहे जहां पहले उनका परिवार रहा करता था। संघर्ष करते हुए उन्हें 1992 में बी-ग्रेड फिल्म ‘पीतांबर’ में काम करने का मौका मिला। हालांकि इसके बाद भी वह कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। उनके सितारे तब चमके जब उन्होंने सलमान खान की फिल्म ‘तेरे नाम’ में भूमिका चावला के मंगेतर का किरदार निभाया। उनके इस किरदार ने उन्हें मशहूर कर दिया। इस फिल्म के बाद उन्होंने कई फिल्मे मिलने लगी थी।
कठिन महेनत के बाद जब एक्टर का वक्त बदला तो उन पर भी सफलता का नशा चढ़ गया। रवि किशन ने खुद बताया था कि उन्होंने कुछ लोगों की सलाह मानकर काफी गलतियां की थीं, जिसकी वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने खुद बताया था कि वह दूध से नहाया करते थे और गुलाब की पंखुड़ियों पर सोते थे।
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