Bheed BO Collection: राजकुमार राव की ‘भीड़’ बॉक्स ऑफिस पर पूरी तरह हुई ढेर, चौथे दिन का कलेक्शन रहा सबसे कम

मुंबई: बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव और एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर स्टारर फिल्म ‘भीड़’ क्रिटिक्स से मिले अच्छे रिव्यू के बावजूद दर्शकों को ज्यादा पसंद नहीं आई है. निर्देशक अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बनी सोशल ड्रामा फिल्म भीड़ 24 मार्च 2023 को थिएटर्स में रिलीज़ हुई थी और अपनी ओपनिंग से ही फिल्म ‘भीड़’ बॉक्स ऑफिस […]

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Bheed BO Collection: राजकुमार राव की ‘भीड़’ बॉक्स ऑफिस पर पूरी तरह हुई ढेर, चौथे दिन का कलेक्शन रहा सबसे कम

Noreen Ahmed

  • March 28, 2023 1:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई: बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव और एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर स्टारर फिल्म ‘भीड़’ क्रिटिक्स से मिले अच्छे रिव्यू के बावजूद दर्शकों को ज्यादा पसंद नहीं आई है. निर्देशक अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बनी सोशल ड्रामा फिल्म भीड़ 24 मार्च 2023 को थिएटर्स में रिलीज़ हुई थी और अपनी ओपनिंग से ही फिल्म ‘भीड़’ बॉक्स ऑफिस पर रेंग रही है. आइए चलिए जानते हैं कोरोनाकाल के भयानक मंजर की कहानी पर्दे पर दर्शाती इस फिल्म का बिजनेस कितना रहा?

‘भीड़’ ने सोमवार को किया इतना कलेक्शन

साल 2020 के आई कोरोना महामारी के दौरान लगाए गए लॉकडाउन में हर शख्स खासकर प्रवासी श्रमिकों को बेहद तकलीफ से गुजरना पड़ा था. आज भी वो खौफनाक मंजर कोई भूल नहीं पाता है. बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक अनुभव सिन्हा ने इसी कोरोनाकाल की दर्दनाक कहानी को अपनी लेटेस्ट रिलीज के जरिए पेश किया था. हालांकि राजकुमार की इस फिल्म को लेकर जो उम्मीद की जा रही थी उस पर पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही है. वहीं फिल्म का पहले ही दिन से बॉक्स ऑफिस पर बेहद बुरा हाल है. इसी के चलते ‘भीड़’ के सोमवार यानी रिलीज के चौथे दिन के शुरुआती आंकड़े भी सामने आ चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सोमवार यानी 27 मार्च को ‘भीड़’ ने 20 लाख का कलेक्शन किया है. जिसके बाद अब इस फिल्म की कुल कमाई लगभग 1.95 करोड़ रुपये हो गए है. फिल्म की कमाई के इन आंकड़े को देख मेकर्स बेहद निराश है.

अनुभव सिन्हा ने फिल्म को लेकर क्या बात कही थी?

मिली जानकारी के मुताबिक, फिल्म के बारे में बात-चीत के दौरान निर्देशक अनुभव ने बताया था, “भीड़ सबसे खतरनाक वक्त की कहानी है जिसने मानवता के लिए सब कुछ बदल दिया. दरअसल इस फिल्म को ब्लैक एंड व्हाइट में शूट करने का मकसद यह दिखाना था कि भारत के लॉकडाउन के चलते सामाजिक असमानता के दृश्य कैसे थे. साल 1947 के देश विभाजन के दौरान लोग जिस तरह से गुजरे थे उससे फिल्म भीड़ बेहद मिलती-जुलती है. इस कहानी में उन लोगों की बात हो रही है, जिनकी जिंदगी अचानक से बदल गई और उनके जीवन के रंग तब खो गए जब भारत के भीतर सीमा खींची गई थी.

 

 

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