Batti Gul Meter Chalu Review: शाहिद कपूर और श्रद्धा कपूर की फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू शुक्रवार 21 सितंबर को रिलीज हो रही है. इसी दिन नवाजुद्दीन सिद्दकी की फिल्म मंटो भी रिलीज हो रही है. बत्ती गुल मीटर चालू का रिव्यू, फिल्म की कहानी बिजली और ज्यादा बिजली के बिल से जुड़ी हुई है.
रेटिंग 3/ 5
कलाकार- शाहिद कपूर, श्रद्धा राजपूत, यामी गौतम, दिव्येंदु शर्मा
निर्देशक- श्री नारायण सिंह
मूवी टाइप- ड्रामा
बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. इस शुक्रवार नवाजुद्दीन सिद्दकी की मंटो और शाहिद कपूर की फिल्म आपस में टकरा रही है. शाहिद कपूर और श्रद्धा कपूर की फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू सिनेमाघरों में हल्का फुल्का विषय लेकर आ रही है. बत्ती गुल मीटर चालू फिल्म को श्री नारायण सिंह ने डायरेक्ट किया है जिसमें यामी गौतम और दिव्येंदु शर्मा भी नजर आने वाले हैं. फिल्म अपने टाइटल में ही कहानी को समेटे हुए है.
उत्तराखंड के गांव टिहरी के रहने वाले लड़के सुशील कुमार पंत ( शाहिद कपूर) के ईर्द गिर्द घूमती हैं. वहीं श्रद्धा कपूर भी उसी गांव की रहने वाली हैं जो फिल्म में साधारण से परिवार की ललिता का किरदार निभाती हैं. फिल्म में यामी एक वकील की भूमिका अदा कर रही हैं. जिनका फिल्म में जबरदस्त रोल हैं. फिल्म से पहले बत्ती गुल मीटर चालू का ट्रेलर, पोस्टर रिलीज हो चुके हैं जिन्हें दर्शकों ने काफी पसंद किया है.
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी टिहरी गांव की बिजली की समस्या पर आधारित हैं. जहां बिजली तो कम आती है लेकिन बिजली का बिल दुगुना. फिल्म में दर्शाया गया है कि कैसे झिलमिलाते हुए गांव की बत्ती गुल हो जाती है. फिल्म का मोड़ होता है शाहिद कपूर के दोस्त की फैक्ट्री का 54 लाख रुपये का बिल. इस बिल को देख सबके होश उड़ जाते हैं. इस झूठे बिजली के बिल की वजह से शाहिद कपूर का दोस्त तनाव में आकर खुदखुशी कर लेता है. इस मोड़ से फिल्म दर्शकों को लुभाने लगती है. शाहिद कपूर को भी दुख होता है कि वह अपने दोस्त को बचा सकते हैं. जिसके बाद शाहिद कपूर अपने दोस्त को न्याय दिलवाने का ठानते हैं.