मुंबई: अयान मुखर्जी बॉलीवुड के उन निर्देशकों में से एक हैं जिन्होंने बहुत कम समय में बतौर डायरेक्शन बड़ी पहचान बनाई है। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही निर्देशन में कदम रखा और अपनी अलग जगह बनाई। अब तक अयान ने कुल दो फिल्मों का ही निर्देशन किया है। निर्देशक के तौर पर अयान मुखर्जी […]
मुंबई: अयान मुखर्जी बॉलीवुड के उन निर्देशकों में से एक हैं जिन्होंने बहुत कम समय में बतौर डायरेक्शन बड़ी पहचान बनाई है। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही निर्देशन में कदम रखा और अपनी अलग जगह बनाई। अब तक अयान ने कुल दो फिल्मों का ही निर्देशन किया है। निर्देशक के तौर पर अयान मुखर्जी की डेब्यू फिल्म वेक अप सिड है, जिसमें रणबीर मुख्य भूमिका में नजर आए थे। यह फिल्म साल 2009 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म को लोगों ने खूब पसंद किया था।
अयान मुखर्जी बॉलीवुड अभिनेता देब मुखर्जी के बेटे हैं। अयान मुखर्जी का जन्म 15 अगस्त साल 1983 में कोलकाता में हुआ था। आज उनका जन्मदिन है और वह 39 साल के हो गए हैं। उनके पिता बंगाली और बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने कलाकार रह चुके हैं। उनके परिवार के ज्यादातर लोगों का संबंध फिल्मों से रहा है। अयान मुखर्जी ने अपने करियर की शुरुआत बतौर सह निर्देशक की थी।
अयान मुखर्जी बॉलीवुड के उन निर्देशकों में से एक हैं जिन्होंने बहुत कम समय में बतौर डायरेक्शन बड़ी पहचान बनाई है। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही निर्देशन में कदम रखा और अपनी अलग जगह बनाई। अब तक अयान ने कुल दो फिल्मों का ही निर्देशन किया है। निर्देशक के तौर पर अयान मुखर्जी की डेब्यू फिल्म वेक अप सिड है, जिसमें रणबीर मुख्य भूमिका में नजर आए थे। यह फिल्म साल 2009 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म को लोगों ने खूब पसंद किया था।
दूसरी फिल्म थी ये जवानी है दीवानी। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी। लोगों ने फ़िल्म को बेहद प्यार दिया था। आज भी कबीर और नैना की जोड़ी फैंस को याद है। जानकारी के लिए बता दें, इस फिल्म में रणबीर और दीपिका मुख्य किरदार में नजर आए थे।
अयान मुख़र्जी से एक सवाल पूछा जाता है कि ‘ब्रह्मास्त्र’ जैसी महान फिल्म बनाना और इसे दुनिया के सामने दिखाना इन दोनों में से अधिक चुनौतीपूर्ण क्या है? इस पर अयान ने कहा था , एक फिल्म निर्माता के रूप में आप बहुत नर्वस रहते हो और आप फैसला लेने के लिए तैयार हैं।जब लोग ‘ये जवानी है दीवानी’ देखते थें तो मैं छिप जाता था। ‘हे भगवान वो क्या कहेंगे’, ‘मुझे उम्मीद है कि उन्हें फिल्म पसंद आएगी।
‘ब्रह्मास्त्र’ के साथ मैंने इतने लंबे समय तक फिल्म में बहुत कुछ काम किया है। इस फिल्म में मेरी 10 साल की तपस्या लगी है, जब इस फिल्म की बात आती है तो मुझे बहुत शांतिपूर्ण भरोसा होता है। ‘भले ही में घबराया हुआ हूं लेकिन एक ऐसा स्तर है जहां मुझे फिल्म पर बहुत प्राउड महसूस होता है और हमने यहां जो भी हासिल किया है उस पर बहुत अच्छा महसूस होता है और मुझे लगता है कि देश को फिल्म पर बहुत प्राउड महसूस होगा।
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