ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन की शादीशुदा जिंदगी को लेकर पिछले काफी समय से तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। पिछले दिनों ऐसे दावे भी किए गए थे कि दोनों तलाक लेने वाले हैं।
नई दिल्ली : ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन की शादीशुदा जिंदगी को लेकर पिछले काफी समय से तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। पिछले दिनों ऐसे दावे भी किए गए थे कि दोनों तलाक लेने वाले हैं। हालांकि, इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है और न ही इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि हुई है। बच्चन परिवार को लेकर समय-समय पर लगाई जा रही अटकलों के बीच अमिताभ बच्चन ने आज अपने ब्लॉग पर एक नोट शेयर किया है। इसमें उन्होंने अटकलों के संदर्भ में अपनी बात कही है।
अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर नियमित रूप से पोस्ट साझा करने के साथ-साथ ब्लॉग लेखन भी करते हैं। अपने हालिया ब्लॉग में उन्होंने कुछ ऐसा लिखा है, जो अब खबरों में छा गया है। दावा किया जा रहा है कि बिग बी ने ब्लॉग के जरिए अपने बेटे और बहू के रिश्ते को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर पहली बार चुप्पी तोड़ी है। बिग बी ने ब्लॉग की शुरुआत इस तरह की है, ‘अलग दिखने और जीवन में इसकी उपस्थिति पर यकीन करने के लिए बहुत साहस, दृढ़ विश्वास और ईमानदारी की दरकार होती है। मैं अपने परिवार को लेकर बहुत कम ही बोलता हूं, क्योंकि वह मेरा अधिकार क्षेत्र है। मैं इसकी निजता को बनाए रखता हूं’।
बिग बी ने आगे लिखा है, ‘अटकलें तो अटकलें ही हैं… वे बिना वेरिफिकेशन के वे असत्य अटकलें हैं…’। वेरिफिकेशन चाहने वाले अपने पेशे के लिए प्रमाण मांगते हैं। मैं तो उनकी पसंद के पेशे में होने की उनकी इच्छा को चुनौती नहीं दूंगा और मैं समाज की सेवा में उनकी कोशिशों की तराफी ही करूंगा। लेकिन असत्य.. या प्रश्न चिन्ह लगी कुछ चुनिंदा जानकारियां उनके लिए कानूनी सुरक्षा हो सकती हैं, जो सूचना देते हैं.. लेकिन संदिग्ध भरोसे का बीज भी इसी प्रतीक के साथ रोपा जाता है, जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है’।
आपकी कंटेंट लिखी जाती है। सिर्फ़ उस पल के लिए नहीं, बल्कि कई पलों के लिए। जब पाठक उस पर प्रतिक्रिया करते हैं और फिर वह सामग्री बढ़ जाती है। प्रतिक्रिया किसी भी तरह की हो सकती है। नकारात्मक भी और भरोसेमंद भी। जो भी हो, लेखक को विश्वसनीयता प्रदान करनी चाहिए, यही लेखक का काम है। दुनिया को झूठ या संदिग्ध असत्य से भर दो और तुम्हारा काम खत्म? इस बात पर कोई विचार नहीं किया जाता कि इस चीज़ ने किसी व्यक्ति या परिस्थिति को किस हद तक प्रभावित किया होगा। अगर कभी आपके पास विवेक था, तो उसे इस तरह दबा दिया गया????? मैं इस पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा दिया लगाता हूं….’