Alok Nath filed defamation case against Vinta Nanda #Metoo:तारा सीरियल के दौरान रेप का आरोप लगानी वाली विंता नंदा के खिलाफ संस्कारी बाबूजी यानी आलोक नाथ ने मानहानि का केस दर्ज करवाया है. मी टू कैंपेन के तहत महिलाओं ने खुद के साथ हुई यौन शोषण व बदसलूकी के मामलों को उजागर किया. जिसे पर केंद्र सरकार भी गंभीर होती दिखी और सरकार ने ऐलान किया कि वह 4 वरिष्ठ सेवानिवृत न्यायाधीश व कानूनी विशेषज्ञों की समिति का गठन करेगी.
बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. मी टू कैंपेन के जरिए हाल में ही प्रड्यूसर और लेखिका विंता नंदा ने संस्कारी बाबूजी यानी आलोक नाथ पर रेप का आरोप लगाया. इन आरोपों को लेकर लेखिका ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. इस विवाद को लेकर 1994 में प्रसारित होने वाले तारा सीरियल के एक्टर आलोक नाथ ने लेखिका के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाया है. मामले के कई दिन बीत जाने के बाद आलोक नाथ ने इन आरोपों पर एक्शन लेते हुए लेखिका व प्रड्यूसर पर के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज करवाया.
बता दें विंता नंदा ने फेसबुक पर लंबा चौड़ा पोस्ट लिखते हुए अभिनेता पर मीटू इंडिया अभियान के तहत रेप के आरोप लगाए. जिसमें उन्होंने कहा कि तारा शो की एक्ट्रेस नवनीत निशान को भी उत्पीड़त किया था. इस बयान के बाद नवनीत निशान ने प्रतिक्रिया देते हुए विंता नंदा का समर्थन किया था. हालांकि मीडिया से बातचीत में अभिनेता आलोक नाथ ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया था. जिसके बाद मुंबई में अगले दिन विंता नंदा ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि वह अब निडर हैं और वह (आलोक नाथ) डर गया है.
बता दें हॉलीवुड से शुरू हुए सोशल मीडिया अभियान मी टू में कई अभिनेत्रियों से लेकर आम महिलाओं ने अपनी आपबीती को शेयर किया. भारत में इस सोशल मीडिया अभियान ने व्यापाक रूप ले लिया है. अभी तक कई दिग्गजों पर यौन शोषण व बदसलूकी के आरोप लग चुके हैं. इस लिस्ट में राजनेता एम जे अकबर से लेकर बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म निर्माता सुभाष घई तक का नाम शामिल है.