दुःखद नई दिल्ली, बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और पटकथा लेखक शिव कुमार सुब्रमण्यम का निधन हो गया है. 11 अप्रैल को ये दुखद समाचार सुनने को मिला. इस खबर से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को सदमा लगा है. इस साल ही फिल्म ‘मीनाक्षी सुंदरेश्वर’ में सुब्रमण्यम को उनके आखरी अभिनय में देखा गया था. इस फिल्म […]
नई दिल्ली, बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और पटकथा लेखक शिव कुमार सुब्रमण्यम का निधन हो गया है. 11 अप्रैल को ये दुखद समाचार सुनने को मिला. इस खबर से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को सदमा लगा है.
इस साल ही फिल्म ‘मीनाक्षी सुंदरेश्वर’ में सुब्रमण्यम को उनके आखरी अभिनय में देखा गया था. इस फिल्म में उनके साथ सान्या मल्होत्रा अहम् भूमिका में नज़र आयी थी. आपको बता दें, अब तक शिव कुमार सुब्रमण्यम के निधन का कारण सामने नहीं आया था.
शिव कुमार सुब्रमण्यम (Shiv Kumar Subramaniam passes away) के निधन पर पूरी फिल्म इंडस्ट्री को सदमा लगा है. उनके निधन पर फिल्म निर्माता, बीना सरवर ने भी दुःख जताया है. उन्होंने शोक जताते हुए सुब्रमण्यम को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने ट्वीट के साथ बताया कि कुछ दो महीने पहले ही सुब्रमण्यम के बेटे का निधन हुआ था. उनके बेटे जहान को काफी लम्बे समय से ब्रेन ट्यूमर था. जिसके बाद वह जीवन से जंग हार गया. बता दें शिव का अंतिमसंस्कार मोक्षधाम हिंदू श्मशानभूमि में सुबह 11 बजे किया जा चुका है.
शिव कुमार सुब्रमण्यम का सिनेमा का सफर भी उनके अभिनय की तरह काफी विख्यात रहा. उन्हें सिनेमा की दो श्रेणियों में महारथ थी. वह एक अच्छे कलाकार के साथ-साथ एक अच्छे पटकथा लेखक भी थे. विधू विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘परिंदा’ और सुधीर मिश्रा की फिल्म ‘हजारों ख्वाहिशें ऐसी’ का स्क्रीनप्ले उन्होंने ही लिखा था. इसके अलावा उन्होंने अपने अभिनय से भी दर्शकों के ऊपर काफी गहरी छाप छोड़ी थी. जहां उनके अभिनय को 2 स्टेट्स’, ‘तीन पत्ती’, ‘प्रहार’ और रानी मुखर्जी स्टारर ‘हिचकी’ फिल्मों में देखा जा सकता है.
बड़े पर्दे के साथ-साथ उनका लगाव छोटे पर्दे पर भी छलका था. जहां एक समय में शिव कुमार सुब्रमण्यम टीवी शो ‘मुक्ति बंधन’ का भी हिस्सा थे. उनके अचानक निधन को लेकर अब पूरी फिल्म इंडस्ट्री को झटका लगा है. शायद उनकी कमी कोई भी कलाकार फिल्म जगत में पूरी नहीं कर सकेगा. खबरों की मानें तो शिव अपने अंतिम समाय में बेटे की मौत से बिलकुल टूट चुके थे. उन्होंने अपनी आखरी सांसे भी बेटे के जाने के गम में हि ली.