मुंबई. देश में बढ़ते सांप्रदायिक माहौल को लेकर महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा है कि जन्म लेते समय बच्चे की कोई जाति, धर्म और सामाजिक परिभाषा नहीं होती, लेकिन समय और क्षेत्र अपने हिसाब से जटिल परिभाषाएं गढ़ लेते हैं.
बिग बी ने समाज के कटु सत्य के बारे में अपने विचारों को बांटने के लिए अपने ब्लॉग में लिखा है कि जब तक समय, गंतव्य, क्षेत्र और मान्यताएं हावी नहीं होते और जटिल परिभाषाएं नहीं उत्पन्न करते तब तक जिंदगी के कटु सत्य को भोले और मासूमों में भरा जाता है.जिसके बाद दिमाग फिर मृत्यु तक वैसा ही रहता है.
बिग बी का मानना है कि उनमें से कई में अधिरोपित पर सवाल उठाने का साहस होता है. हालांकि इसका कोई भी जवाब नहीं है, जो संतोषजनक हो.