रांची. संत गुरमीत राम रहीम की फिल्म मैसेंजर ऑफ गॉड के सीक्वल के ट्रेलर पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. मैसेंजर ऑफ गॉड-2 को पंजाब के बाद अब झारखंड में भी बैन कर दिया गया है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार ने भी फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस फिल्म को […]
रांची. संत गुरमीत राम रहीम की फिल्म मैसेंजर ऑफ गॉड के सीक्वल के ट्रेलर पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. मैसेंजर ऑफ गॉड-2 को पंजाब के बाद अब झारखंड में भी बैन कर दिया गया है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार ने भी फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया है.
इस फिल्म को लेकर आदिवासी समाज के साहित्य, संस्कृति और पंरपरा को बचाने के लिए काम कर रहे कई संगठन और संस्कृतिधर्मी और लेखक भी फिल्म के विरोध में आ गए हैं. फिल्म में आदिवासियों को ‘शैतान’ बताने पर फिल्म का कई राज्यों में विरोध हो रहा है.
झारखंड में इसे बैन कर दिया गया है. सीएम रघुवर दास ने इस मामले में कहा कि इस फिल्म (MSG 2) का झारखंड में प्रसारण नहीं होगा. इस फिल्म में आदिवासी-वनवासी की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है. उन्होंने कहा कि ऐसे विवादित फिल्म के प्रसारण की इजाजत नहीं दी जा सकती है.
क्यों हो रहा है विरोध?
इस फिल्म के ट्रेलर में एक आदमी संत गुरमीत राम रहीम से कहता है कि आपने एक बहुत बड़ी गलती कर दी आदिवासियों के इलाके में आ कर. न तो ये लोग इंसान हैं और न ही जानवर. ये शैतान हैं शैतान. इसके जवाब में राम रहीम कहते हैं कि अरे शैतानों को इंसान बनाने के लिए ही हम आए हैं
इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ में कई आदिवासी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है और कुछ थानों में इस संबंध में शिकायत भी दर्ज कराई गई है.