मुंबईः फेरीवालों को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के चीफ राज ठाकरे और अभिनेता नाना पाटेकर आमने-सामने आ गए हैं. मनसे कार्यकर्ताओं ने हाल में रेलवे स्टेशनों के पास फड़, फेरीवालों के साथ मारपीट की थी. मनसे कार्यकर्ताओं की इस हरकत का अब नाना पाटेकर ने विरोध किया है. नाना पाटेकर ने एक कार्यक्रम में कहा कि इतने वर्षों से महानगर पालिका प्रशासन फेरीवालों को जगह नहीं दे पाया. इसके लिए फेरीवाले नहीं बल्कि महानगर पालिका जिम्मेदार है. फेरीवाले तो दो वक्त की रोजी-रोटी के लिए अपना काम कर रहे हैं. नाना को जवाब देने के लिए खुद राज ठाकरे सामने आए. उन्होंने कहा, नाना पाटेकर एक अच्छे एक्टर हैं लेकिन उन्हें उस बारे में कुछ नहीं बताना चाहिए, जिसकी उन्हें जानकारी न हो.
राज ठाकरे ने कहा, नाना को अगर लगता है कि फेरीवालों का ध्यान रखना सरकार का काम है तो उन्होंने अपना फाउंडेशन (NAAM) क्यों शुरू किया? इस दौरान राज ठाकरे ने नाना की मिमिक्री की और कहा कि फिल्म ‘वेलकम’ में नाना के एक सीन में फेरीवाले का किरदार निभाया था तो मतलब फेरीवालों पर नाना को रहम आ गया. राज ठाकरे ने कहा, सरकार का काम है कि वह हर व्यक्ति तक पानी पहुंचाए. सरकार से इस काम के लिए क्यों नहीं कहा जाता है.
दूसरी ओर मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने नाना पाटेकर के बयान का स्वागत किया है. संजय ने उनका आभार व्यक्त किया. संजय ने ट्वीट कर कहा कि फेरीवालों की समस्या को जानने के लिए, उनके संघर्ष में साथ देने के लिए नाना पाटेकर का अभिवादन करता हूं. बता दें कि संजय निरुपम ने भी फेरीवालों के पक्ष में आंदोलन शुरू किया है. गौरतलब है कि मुंबई के एलफिंस्टन स्टेशन पर हुए हादसे के बाद मनसे ने सरकार को चेतावनी देते हुए सभी फेरीवालों को स्टेशनों के पास से हटाने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद हाल में मनसे कार्यकर्ताओं और फेरीवालों के बीच खासा विवाद भी हुआ था.