मुंबईः एफटीआईआई के चेयरमैन और अभिनेता अनुपम खेर ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में गजेंद्र चौहान का नाम लिए बगैर कहा, ‘मेरे पहले जो भी चेयरमैन था, उसे एफटीआईआई का चेयरपर्सन बनाना सरकार का गलत फैसला था.’ अनुपम ने कहा, ‘एक दिन पहले मुझे केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का फोन आया कि आपको एफटीआईआई की जिम्मेदारी संभालनी है. मैं इसके लिए तैयार नहीं था. मैं इस जिम्मेदारी को लेने की कोई औपचारिकता नहीं चाहता था. मैं चेयरपर्सन बनने के बाद बिना बताए एफटीआईआई गया. मैं अनुपम खेर का बोझ लेकर वहां नहीं जाना चाहता था.’
बीजेपी समर्थक होने की वजह से उन्हें एफटीआईआई का चेयरमैन बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘मेरा अपना कॅरियर, 508 फिल्में ये योगदान कुछ भी नहीं है क्या? मैं आलोचनाओं से नहीं डरता. अगर ऐसा होता तो 8 फिल्में भी न कर पाता.’ खेर ने कहा, एफटीआईआई का स्टूडेंट होने से लेकर वर्तमान में वहां का चेयरमैन होना उनके लिए काफी बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि एफटीआईआई के स्टूडेंट्स उनके समर्थन में हैं. वह एफटीआईआई को और आगे ले जाना चाहते हैं.
बताते चलें कि 11 अक्टूबर को गजेंद्र चौहान की जगह अनुपम खेर को फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. अनुपम खेर सीबीएफसी और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. वह पद्मश्री (2004) और पद्म भूषण (2016) सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं. अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर चंडीगढ़ से बीजेपी सांसद हैं. अनुपम खेर अब तक 500 से ज्यादा फिल्मों और थियेटर में काम कर चुके हैं. खेर कई हॉलीवुड फिल्मों में भी काम कर चुके हैं.
अनुपम से पहले श्याम बेनेगल, सईद मिर्जा, महेश भट्ट, मृणाल सेन, विनोद खन्ना अदूर गोपालाकृष्णन और गिरिश कर्नाड जैसे कलाकार और फिल्मकार भी FTII के अध्यक्ष रह चुके हैं. अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अनुपम खेर बिना किसी सूचना के कैंपस पहुंच गए थे. चार्ज लेने के बाद उन्होंने कैंपस में छात्रों से बातचीत की और उनके साथ कैंटीन में बैठकर खाना भी खाया था. खेर ने पहले ही दिन छात्रों की एक्टिंग क्लास भी ली थी.