अशोक कुमार बर्थडे: किशोर की वजह से अशोक कुमार ने जन्मदिन भी मनाना बंद कर दिया
अशोक कुमार बर्थडे: किशोर की वजह से अशोक कुमार ने जन्मदिन भी मनाना बंद कर दिया
दिग्गज अभिनेता अशोक कुमार को भला कौन भूल सकता है. एक समय था जब दिलीप कुमार और शम्मी कपूर जैसे सितारों के बीच बी उनका सिक्का चमकता था. बॉलीवुड में दादा मुनी के नाम से मशहूर अशोक कुमार ने जवानी में हीरो की एक्टिंग से लेकर उम्र के ढलते पड़ाव पर उन्होंने फिल्मों में अपनी एक्टिंग का अमिट छाप छोड़ दिया. भले ही 13 अक्टूबर को उनका बर्थडे होता है, मगर बहुत कम ही लोगों को पता होगा कि एक समय ऐसा आया कि अशोक कुमार ने अपने भाई किशोर कुमार की वजह से अपना जन्मदिन मनाना छोड़ दिया.
October 12, 2017 5:48 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली. दिग्गज अभिनेता अशोक कुमार को भला कौन भूल सकता है. एक समय था जब दिलीप कुमार और शम्मी कपूर जैसे सितारों के बीच बी उनका सिक्का चमकता था. बॉलीवुड में दादा मुनी के नाम से मशहूर अशोक कुमार ने जवानी में हीरो की एक्टिंग से लेकर उम्र के ढलते पड़ाव पर उन्होंने फिल्मों में अपनी एक्टिंग का अमिट छाप छोड़ दिया. भले ही 13 अक्टूबर को उनका बर्थडे होता है, मगर बहुत कम ही लोगों को पता होगा कि एक समय ऐसा आया कि अशोक कुमार ने अपने भाई किशोर कुमार की वजह से अपना जन्मदिन मनाना छोड़ दिया.
दरअसल, तीस साल पहले 13 अक्टूबर 1987 का दिन, किशोर कुमार को शायद कुछ आभास हो गया था. तभी उन्होंने उस दिन अपने छोटे बेटे सुमित को स्विमिंग के लिए जाने से रोक दिया था. कहा आज घर पर ही रहो. इतना ही नहीं शायद वो चाहते थे कि उनके बड़े बेटे अमित भी उनके साथ ही हों. जबकि अमित कनाडा में थे, उसी दिन उनकी फ्लाइट थी. वो अमित से फोन पर बात भी कर रहे थे, परेशान थे कि कहीं फ्लाइट लेट ना हो जाए. कुछ परेशान से भी थे, वो अपनी पत्नी लीना से हार्ट अटैक के पहले के कुछ संकतों के बारे में भी बात कर रहे थे.
लीना ने कहा भी कि क्या डॉक्टर को बुला लूं? तो किशोर कुमार ने हंसते हुए कहा कि डॉक्टर आया तो मुझे सचमुच में हार्ट अटैक आ जाएगा. उसके बाद शाम को करीब 4 बजकर 45 मिनट पर उन्हें सचुमच में हार्ट अटैक आया और लीना समझती रहीं कि वो फिर कोई शरारत कर रहे हैं. किशोर कुमार की मौत उस दिन हुई, जिस दिन अशोक कुमार का जन्मदिन था.
ये था किशोर कुमार का आखिरी गाना
किशोर कुमार ने डैथ से एक दिन पहले जो गाना रिकॉर्ड किया था, वो था श्रीदेवी और मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म वक्त की आवाज का गाना गुरु गुरु. गाने को देखिए, सुनिए और फिर जानिए कि कितनी मस्ती से ये गाना गाया था किशोर कुमार ने बिना ये जाने कि ये उनका आखिरी गाना है. अगले दिन उन्हें आभास भी हुआ तो, उसे रोकने की कोई कोशिश भी नहीं की, बस बीवी बच्चों को अपने पास देखना चाहते थे.
उनकी मौत की खबर जब अशोक कुमार को मिली तो सुबह से जन्मदिन की बधाइयां पा रहे अशोक कुमार को बड़ा धक्का लगा. कुछ समय पहले ही उनकी बीवी का देहांत हुआ था, ये बड़ा झटका था उनके लिए. अगले 14 साल तक जब तक दादा मुनि जिंदा रहे मगर अपना जन्मदिन नहीं मनाया, क्योंकि इस दिन उन्हें अपने बेटे जैसे भाई की यादें घेर लेती थीं. तब से मरने तक अशोक कुमार ने कभी अपना जन्मदिन नहीं मनाया.