अमिताभ बच्चन बर्थडे: अमिताभ से राजकुमार ने कहा- आपके सूट के कपड़े से सोफा कवर बनवाऊंगा
नई दिल्ली: महानायक अमिताभ बच्चन के 75वें जन्मदिन के मौके पर इनखबर आपको उनकी जिंदगी की 75 कहानियों से रूबरू करना जा रहा है. यूं तो अमिताभ बच्चन के बारे में हजारों कहानियां हैं लेकिन हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी ऐसी चुनिंदा 75 कहानियां बताने जा रहे हैं जो शायद आपने पहले कभी नहीं […]
October 10, 2017 11:01 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: महानायक अमिताभ बच्चन के 75वें जन्मदिन के मौके पर इनखबर आपको उनकी जिंदगी की 75 कहानियों से रूबरू करना जा रहा है. यूं तो अमिताभ बच्चन के बारे में हजारों कहानियां हैं लेकिन हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी ऐसी चुनिंदा 75 कहानियां बताने जा रहे हैं जो शायद आपने पहले कभी नहीं सुनी होंगी. इन कहानियों में अमिताभ के असली नाम से लेकर जया भादुरी से उनकी शादी और रेखा से रिश्तों तक तमाम वो बातें हैं जो आप जानना चाहेंगे. फिलहाल इस कड़ी की तीसरी किश्त हाजिर है.
11. जब मीडिया ने बच्चन को और बच्चन ने मीडिया को कर दिया था 13 साल के लिए बैन
अमिताभ बच्चन की गांधी परिवार से करीबी का खामियाजा उन्होंने भुगता इमरजेंसी के ठीक बाद. दरअसल जब इमरजेंसी लगी तो इस दौरान कई फिल्मों, फिल्मी दुनिया के कई लोगों और फिल्मी मैगजींस पर बैन लगा दिया गया, फिल्मी मैगजींस को सेंसरशिप के दायरे में ला दिया गया. अब वो अपनी मर्जी से कुछ भी नहीं छाप सकते थे. गांधी परिवार से नजदीकी बच्चन को उस दौर में भारी पड़ गई. फिल्मी मैगजींस ने गुस्सा उतारा अमिताभ बच्चन पर और लगा दिया उनपर एकतरफा अघोषित बैन, इससे बिग बी भी बिफर गए और तब ये दोतरफा बैन करीब 13 साल तक चला.
दरअसल इमरजेंसी के बाद फिल्मी मैगजींस पर भी सेंसरशिप लागू कर दी गई थी. उस वक्त फिल्मों की खबर जानने के लिए ना तो अखबारों के फिल्मी सप्लीमेंट होते थे, ना एंटरटेनमेंट चैनल्स और ना सोशल मीडिया. ऐसे में फिल्मी न्यूज के लिए फिल्मी मैगजींस ही अकेला साधन थीं. एडीटर्स को लगा कि बच्चन गांधी के इतने करीबी हैं, ये उनकी सलाह पर ही हुआ होगा. जब इंदिरा गांधी 1977 में चुनाव हार गईं तो स्टार डस्ट, सिने ब्लिट्स, स्टार एंड स्टाइल जैसी मैगजीन के सम्पादकों ने एक मीटिंग की और अमिताभ बच्चन को बैन कर दिया और उनके फोटोज, खबरें छापना बंद कर दिया. इंदिरा की सरकार गिरने के बाद अब उनको सरकार का भी कोई डर नहीं था.
हालांकि फौरी तौर पर अमिताभ पर बैन की वजह दूसरी ही थी. दरअसल जब स्टार डस्ट ने आर्मी वाइफ्स की मदद के लिए एक चैरिटी शो किया तो दिलीप कुमार को लगा यलो जर्नलिज्म करने वाली मैगजीन के शो का बायकॉट होना चाहिए, सो दिलीप कुमार ने अपने घर पर स्टार्स की मीटिंग बुलाई, जिसमें बच्चन को भी सायरा ने फोन कर के घर बुलाया. अभी अमिताभ की ये तनातनी स्टार डस्ट के साथ ही थी, लेकिन जैसे ही इमरजेंसी का ऐलान हुआ, कई फिल्मी मैगजींस और अखबारों पर भी सेंसरशिप लागू हो गई. तो फिल्मी मैगजींस को लगा कि ये सब राजीव गांधी के करीबी दोस्त अमिताभ की कारगुजारी है. तब सबने एक साथ लगा दिया बच्चन की खबरों पर बैन.
ये अलग बात है कि कुली एक्सीडेंट के दौरान थोड़े समय के लिए ये बैन हटा और स्टारडस्ट के मालिक नारी हीरा ने अमिताभ की तबियत का हाल जाना. स्टार डस्ट ने भी बैन तोड़कर एक स्पेशल एडीशन अमिताभ के लिए निकाला. अमिताभ के काम पर वापस आने के बाद फिर से वही प्रेक्टिस शुरू हो गई. ना बच्चन किसी को इंटरव्यू देते थे और ना कोई उनके बारे में कुछ छापता था।. 1989 में वीपी सिंह की सरकार बन गई और बोफोर्स स्कैम में बच्चन का नाम आने से वो परेशान थे. तब उन्होंने अजूबा के सैट पर अपने पीआर टीम के गोपाल पांडेय के जरिए कई पत्रकारों को मिलने बुलाया. तब जाकर ये दोतरफा बैन ऑफीशियली खत्म हो पाया.
कोई अमिताभ बच्चन की शान में गुस्ताखी कर जाए, ऐसा कैसे हो सकता है. वो भी भरी महफिल में और वो भी जवाब में मुस्कराकर रह गए. ये गुस्ताखी भी किसी आम आदमी ने नहीं की थी, बॉलीवुड के राजकुमार ने की थी. दरअसल बॉलीवुड की एक फिल्मी पार्टी में अमिताभ बच्चन और राजकुमार दोनों ही मौजूद थे. दोनों आपस में मिले भी और कई लोगों के बीच में दोनों पास पास खड़े हो गए. इसी बीच राजकुमार ने अमिताभ बच्चन के सूट की तारीफ कर दी, बच्चन काफी खुश हुए कि किसी ने तो नोटिस किया.
लेकिन इससे पहले कि अमिताभ खुश होकर ये बताएं कि किस टेलर से सिलवाया है, तब तक राजकुमार ने अगला बयान दाग दिया. उस बयान से अमिताभ बच्चन खामोश रह गए, उन्हें समझ नहीं आया कि क्या जवाब दें. राजकुमार का अगला बयान था- दरअसल हमें अपने घर के परदे सिलाने थे जानी, ये कपड़ा काफी अच्छा लगा. राजकुमार से बिग बी नाराज भी होते, लेकिन वो जानते थे कि अगर राजकुमार फिल्म जंजीर ना छोड़ते तो वो खुद आज इस मुकाम पर नहीं होते, इसी वजह से वो राजकुमार का अहसान मानते थे और मुस्कराकर रह गए.
13. जब किशोर कुमार ने किया अमिताभ का बायकॉट
एक बार किशोर कुमार नाराज हो गए थे अमिताभ बच्चन से. दरअसल किशोर कुमार वो सिंगर थे, जिसे हर सुपरस्टार अपनी आवाज बनाना चाहता था, देवआनंद से लेकर राजेश खन्ना और फिर अमिताभ बच्चन तक. लेकिन किशोर कुमार का फाइनेंशियल मैनेजमेंट बड़ा गड़बड़ चल रहा था उन दिनों, यहां तक कि मरने तक वो इनकम टैक्स के मामलों से जूझते रहे. उन्हें फिल्म प्रोडक्शन के बिजनेस में घाटा हो गया था, और ये बिजनेस हर किसी को रास भी नहीं आता था.
उन दिनों किशोर कुमार एक फिल्म प्रोडयूस कर रहे थे, जिसमें योगिता बाली का अहम रोल था. फिल्म का नाम था– ममता की छांव में, उसमें वो कई स्टार्स के कैमियो चाह रहे थे, राजेश खन्ना और राज बब्बर ने किया भी. अमिताभ से कहा तो अमिताभ ने किसी वजह से कैमियो करने से मना कर दिया. किशोर को अमिताभ का इनकार काफी बुरा लगा. जब राजेश खन्ना और राज बब्बर जैसे कलाकार कर सकते थे तो अमिताभ भी कर सकते थे. यही सोचकर उन्होंने गुस्से में आकर अमिताभ के लिए गाना बंद कर दिया. फिल्म भी अटकी रही, बाद में दोनों में हालांकि सुलह हो गई, लेकिन ये फिल्म फिर किशोर की मौत के बाद ही रिलीज हो पाई.
एक दौर में शत्रु स्टार थे और अमिताभ स्ट्रगल कर रहे थे, इन दिनों वो शत्रुघ्न सिन्हा के फ्लैट पर अक्सर आते-जाते थे. शत्रु ने कई लोगों से उनकी जान पहचान भी करवाई थी लेकिन बाद में दोनों के रिश्ते बिगड़ गए. शत्रुघ्न सिन्हा ने अमिताभ बच्चन से अपने रिश्तों के बिगडने की कहानी के बारे में अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा कि कैसे बच्चन के लिए उन्होंने कई फिल्में छोड़ीं, कई डायरेक्टर्स से उन्हें मिलाया, लेकिन कैसे शान, नसीब और दोस्ताना जैसी फिल्मों में उनके रोल की ज्यादा तारीफ से अमिताभ परेशान हो गए.
शान की शूटिंग के दौरान जब शत्रु के पिता की डैथ हुई तो अमिताभ कंडोलेंस के लिए उनसे मिलने भी घर नहीं आए. काला पत्थर की शूटिंग के दौरान जब अमिताभ के बगल वाली कुर्सी भी शत्रु को नहीं दी जाने लगी और उनके अम्ब्रेला, उनकी गाड़ी आदि भी शत्रु के साथ शेयर नहीं होने लगी तो शत्रु ने समझ लिया कि अमिताभ अब स्टार बन गए हैं और इनसिक्योर फील करने लगे हैं. अभिषेक की शादी का न्यौता ना मिलने पर भी शॉटगन सिन्हा खुलकर नाराज हुए, हालांकि अमिताभ शत्रु के बारे में कुछ भी नेगेटिव कहने से बचते आ रहे हैं.
15. बावर्ची के सैट पर जया की भविष्यवाणी
पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना और दूसरे सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के रिश्ते भी अजीब रहे. ‘आनंद’ के नायक काका थे और सह-नायक बिग बी. फिर आई ‘नमक हराम’, इसमें दोनों का रोल टक्कर था. काका को बिग-बी से परेशानी होने लगी. ‘बावर्ची’ फिल्म के सैट पर जया बच्चन ने इसे भांप लिया. हृषिकेश मुखर्जी की फिल्म बावर्ची में जया भादुड़ी राजेश खन्ना की हीरोइन थीं. जब अमिताभ जया को लेने सैट पर आते तो काका बच्चन को बिलकुल भाव ना देते, वो केवल जया से बात करते थे.
तुनकमिजाज जया को ये लगातार अखर रहा था. एक दिन सैट पर जैसे ही अमिताभ बच्चन जया से मिलने पहुंचे, राजेश खन्ना ने कोई कमेंट ऐसे किया कि अमिताभ ना सुन पाएं, लेकिन जया ने सुन लिया. बॉलीवुड में चर्चा थी कि काका ने कहा था— आ गया मनहूस. हालांकि इसकी किसी ने कभी पुष्टि नहीं की, लेकिन जया एकदम से भड़क गईं और गुस्से में राजेश खन्ना से बोलीं— देखना एक दिन ये आदमी कितना बड़ा स्टार होगा और जो आदमी खुद को खुदा समझता है, वो कहीं का नहीं रहेगा. इसके बाद तो दोनों के रिश्ते और खराब होते चले गए, लेकिन बच्चन का सितारा बुलंदी पर चढ़ता चला गया और एक दिन उन्होंने काका की चमक फीकी कर दी.