नई दिल्ली. संजय लीला भंसाली की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘पद्मावती’ का ट्रेलर सोमवार को दोपहर में जारी कर दिया गया. ट्रेलर में रणवीर सिंह, शाहिद कपूर और दीपिका पादुकोण लुक दर्शकों को खूब भा रहा है. ट्रेलर को देखने से पता चल रहा है कि इस फिल्म को बनाने में काफी मेहनत की गई होगी. जिस तरह से इस ट्रेलर में युद्ध सीन और कैरेक्टर को दर्शाया गया है वो फिल्म के प्रति उत्सुकता जगा रहा है.
तो चलिए फिल्म रिलीज होने में अभी काफी समय है उससे पहले इसके ट्रेलर की खास बातों को जानने की कोशिश करते हैं.
1. फिल्म ‘पद्मावती’ के ट्रेलर में सबसे दिलचस्प है इसकी टोन, जो काफी सैड किस्म की है. शुरू के दस सेकंड्स को अगर छोड़ दें तो पूरी फिल्म में यही टोन सुनाई देती है. शाहिद और दीपिका की आंखों में खौफ…रणवीर का खौफ इस पूरे ट्रेलर में नजर आएगा और म्यूजिक में अंधेरे में शूट किए गए सींस में. अगर आप भंसाली की पिछली फिल्म का पहला टीजर देखेंगे तो पाएंगे उसमें वो सब है जो इस ट्रेलर में है. यानी किले, फौज, तलवार, युद्ध, सैनिकों का काफिला, केसरिया झंडे, जलती मशालें, साथ में शरारत, डांस और मोहब्बत भी जो आपको पदमावती के पहले ट्रेलर से साफ नजर आएगी. शुरू के दस सेकंड में शाहिद-दीपिका का रोमांटिक सीन भी है, लेकिन शाहिद के चेहरे पर स्माइल नहीं है. पूरे ट्रेलर में इस सीन के अलावा आपको मुर्दनी सी छाई मिलेगी. खास बात है कि बाजीराव मस्तानी का ट्रेलर भी करीब तीन मिनट का था और ये भी उतना ही है. कई सीन आपको बाजीराव मस्तानी से कॉपी भी लग सकते हैं.
2. पद्मावती के पहले ट्रेलर में केवल दो डायलॉग हैं, जो नेपथ्य में गूंजते हैं. दोनों ही राजपूती आन, बान और शान में गढ़े-कहे गए हैं. पहला मेल वॉयस में और दूसरा दीपिका की फीमेल वॉइस में, जो राजपूत महिलाओं के कंगन की तुलना राजपूती तलवार से करती है. इसका एक मतलब साफ है कि करणी सेना ने जो विरोध किया था, वो निराधार है. फिल्म में छाया खौफ और राजपूती शान में गढ़े गए डायलॉग्स साफ बताते हैं कि फिल्म राजपूतों या पदमावती को बैड लाइट में नहीं दिखाएगी.
3. पद्मावती के ट्रेलर की तीसरी सबसे खास बात है रणवीर का लुक. देखा जाए तो ये पद्मावती के लुक से भी ज्यादा प्रभावशाली है. फिल्म के प्रमोशन में भी रणवीर का लुक ही सबसे आखिर में रिलीज किया गया. अलाउद्दीन खिलजी के रोल में फिल्म के विलेन हैं रणवीर. जहां बाजीराव के रोल में उनके सर पर चोटी थी, वो गंजे थे, इस रोल में उनके लम्बे-लम्बे बाल हैं. उसमें मूछें थी, इसमें दाढ़ी भी है. रणवीर को खौफनाक दिखाने के लिए चेहरे पर एक बड़ा सा कट लगाया गया है, ज्यादार ड्रेसेज काली हैं, बुरी तरह से नॉनवेज खाने, अट्टाहास लगाने और खौफनाक तरीके से पोज के जरिए रणवीर को भयावह दिखाने की कोशिश डायरेक्टर ने की है. साफ है बाजीराव मस्तानी के पहले ट्रेलर में रणवीर की वीरता पर फोकस है तो पदमावती में उसकी क्रूरता पर. इससे भी लगता है कि पदमावती के फैन निराश नहीं होंगे. ये अलग बात है कि ट्रेलर देखकर लगता है कि शाहिद का किरदार लाउड अलाउद्दीन के किरदार से कहीं दब ना जाए.
4. इस ट्रेलर में बाजीराव मस्तानी के ट्रेलर की तरह नाच गाना भी नहीं है. इसमें दरबारी डांस के मुश्किल से दो सेकंड का एक सीन है. हालांकि भंसाली की फिल्मों में म्यूजिक अच्छा ना हो ये हो नहीं सकता, लेकिन ट्रेलर से उन्होंने ये सब बिलकुल गायब कर दिया है. बाजीराव मस्तानी के पहले ट्रेलर में कोई डायलॉग नहीं था, ट्रेलर के आखिर में रणवीर की आवाज बैकग्राउंड से सुनाई देती है कि बाजीराव ने मस्तानी से मोहब्बत की है, अय्याशी नहीं.
5. एक खास बात इस ट्रेलर से ये पता चलती है कि शायद संजय लीला भंसाली ने बाहुबली से प्रभावित होकर स्पेशल इफैक्ट्स कुछ ज्यादा इसमें इस्तेमाल किए हैं. अलाउद्दीन की बढ़ती हुई सेना काफी बिहंगम दिखाई देती है. इस फिल्म में भी किले की दीवार तोड़ने के लिए वो पत्थर फेंकने का बड़ा सा यंत्र दिखता है. एक शानदार सीन टॉप एंगल से रनिंग में दिखाया गया है, जिससे काफिला काफी प्रभावशाली लगता है. उम्मीद तो नहीं है कि ये बाबुहबली जैसी होगी, लेकिन ये तय है कि ये भंसाली की पहली फिल्म होगी जिसमें इतने स्पेशल इफैक्ट्स होंगे.
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