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‘जाने भी दो यारों’ से ‘पी से पीएम’ तक ऐसा रहा कुंदन शाह का फिल्मी सफर

बॉलीवुड जगत को शनिवार सुबह बड़ा झटका लगा. फिल्म निर्देशक और लेखक कुंदन शाह के निधन की खबर ने बॉलीवुड समेत तमाम फिल्म प्रशंसकों को हिलकर रख दिया.

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  • October 7, 2017 9:55 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: बॉलीवुड जगत को शनिवार सुबह बड़ा झटका लगा. फिल्म निर्देशक और लेखक कुंदन शाह के निधन की खबर ने बॉलीवुड समेत तमाम फिल्म प्रशंसकों को हिलकर रख दिया. जाने भी दो यारों जैसी कॉमेडी क्लासिक फिल्म बनाने वाले कुंदन शाह ने आज आखिरी सांस ली. 19 अक्टूबर 1947 को जनमें कुंदन शाह ने फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया यानी एफटीआईआई, पुणे से पढ़ाई की. 1983 में उन्होंने अपनी फिल्म जाने भी दो यारों का निर्देशन किया जिसे खूब सराहा गया. 
यही नहीं उन्होंने ना सिर्फ फिल्म का निर्देशन किया बल्कि वो सतीश कौशिक के साथ फिल्म के सह-लेखक भी थे.
 

कुंदन शाह ने टेलिविजन के लिए भी काम किया. उन्होंने मशहूर सिटकॉम ये जो है जिंदगी का भी निर्देशन किया जिसे अगस्त 1984 में प्रसारित किया गया. उन्होंने नुक्कड़ और सईद अख्तर मिर्जा नाम के दो नुक्कड़ नाटक का निर्देशन भी किया जो फुटपाथ पर रहने वाले युवाओं की जिंदगी पर आधारित थी. 1987 में उन्होंने एक और नाटक का निर्देशन किया जिसका नाम था मनोरंजन. इसकी कहानी फिल्म इंडस्ट्री पर आधारित थी जो सुपरहिट साबित हुई. 1988 में कुंदन शाह ने सिटकॉम का निर्देशन शुरू किया जो मशहूर काटूनिस्ट आर के लक्ष्मण के कार्टूनों के कैरेक्टर पर आधारित थी. कई टीवी सीरीज का निर्देशन करने के बाद कुंदन शाह ने टीवी और सिनेमा से करीब 7 साल का ब्रेक लिया.

1993 में कुंदन शाह ने फिर एक बार सिनेमा जगत में वापसी की. उन्होंने फिल्म कभी हां कभी ना का ना सिर्फ निर्देशन किया बल्कि उसका स्क्रीन प्ले भी लिखा. इस फिल्म में कहानी के नायक को पहली बार हारा हुआ दिखाया गया. फिल्म में शाहरुख खान ने काम किया. फिल्म रिलीज के बाद शाहरुख खान और कुंदन शाह के काम की खूब सराहना हुई. इसी फिल्म के लिए 1994 में कुंदन शाह को फिल्म फेयर क्रिटिक्स ऑफ बेस्ट मूवी का अवार्ड मिला. शाह ये अवार्ड जीतने वाले पहले फिल्म निर्माता थे.
 
 

1998 में कुंदन शाह ने एक और फिल्म क्या कहना का निर्देशन किया. लेकिन देरी की वजह से फिल्म 2000 में रिलीज हुई और साल की सुपरहिट फिल्म रही. फिल्म की कहानी सिंगल पैरेंट्स की परेशानियों और सामाजिक तानेबाने पर आधारित थी. इस फिल्म से प्रीति जिंटा ने अपने एक्टिंग करियर की शुरूआत की. इस फिल्म में प्रीति सिंगल मदर की भूमिका में भी जो सामाजिक तानेबाने को तोड़ते हुए कुंवारी मां बनती हैं. 
 
शाह की अगली फिल्म थी हम तो मोहब्बत करेगा जिसमें बॉबी देओल और करिश्मा कपूर ने काम किया. ये फिल्म साल 2000 में रिलीज हुई. इसके बाद साल 2002 में शाह के निर्देशन में बनी फिल्म दिल है तुम्हारा रिलीज हुई जिसमें रेखा और प्रीति जिंटा के अलावा अर्जुन रामपाल और महिमा चौधरी ने काम किया. हालांकि ये फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट साबित नहीं हो सकी. साल 2014 में कुंदन शाह ने अपनी आखिरी फिल्म ‘पी से पीएम तक’ का निर्देशन किया.  
 

 
कुंदन शाह को फिल्म कभी हां कभी ना के लिए फिल्म फेयर क्रिटिक अवार्ड और फिल्म जाने भी दो यारों के लिए नेशनल फिल्म अवार्ड से सम्मानित किया गया. 
 
 

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