मुंबई: बॉलीवुड डायरेक्टर करण जौहर ने बॉलीवुड की तारीफ करते हुए इसकी तुलना भारतीय अर्थव्यवस्था से की है. करण ने कहा कि जैसे फिल्म इंटरवल के बाद तेजी पकड़ती है वैसे ही चालू वित्त वर्ष अपने 6 महीने गुजरने के बाद ही तेजी पकड़ती है. करण आगे कहते हैं कि बहुत से लोग भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर काफी नेगेटिव और निराशावादी सोच रखते हैं. लेकिन वह आप यूरोप के लोग को देखें तो वह अपनी खराब आर्थीक स्थिती के बावजूद भी अपने देश को लेकर नकारात्मक सोच नहीं रखते हैं.
जौहर ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि भारतीय सिनेमा में इंटरवल बहुत महत्वपूर्ण पॉइंट होता है. अधिकतर फिल्में इंटरवल के बाद तेजी पकड़ती हैं. इकोनॉमी को लेकर भी मेरा यही मानना है. खासतौर पर जब भारत की बात आती है तो मैं उम्मीद कर रहा हूं कि दूसरी छमाही शानदार रहेगी. मैं एक बेहतर और महान पारी की उम्मीद कर रहा हूं. गिलास को आधे खाली के रूप में देखने की जगह, इसे आधा भरा होने के रूप में देखा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि यहां इकोनॉमी के बारे में बहुत सी नेगेटिव और निराशावादी बातें की जा रही हैं, जबकि यूरोप में ऐसा नहीं हैं. वहां के लोग यह उम्मीद कर रहे हैं की आर्थिक वृद्धि स्थिर और नेगेटिव नहीं है. वहीं दूसरी ओर इसी कार्यक्रम में एस्सार समूह के निदेशक प्रशांत रइया ने भी अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि प्राइवेट के सभी क्षेत्रों में री इन्वेस्टमेंट शुरू करने के लिए कम से कम एक साल का समय लगेगा. पिछले 5 साल के दौरान भारी निजी निवेश के कारण अधिशेष क्षमता बहुत अधिक हो गई थी.
बता दें कि अपनी मां के नाम पर करण ने बेटी का नाम रुही जबकि अपने स्वर्गीय पिता के नाम पर बेटे को यश नाम रखा गया है. करण फरवरी 2017 में सेरोगेसी के जरिए पिता बने हैं. इससे पहले भी शाहरुख खान समेत बॉलीवुड में कई सेलेब्स सेरोगेसी के जरिए पिता बन चुके हैं.