मुंबई: साल 2015 से बस एक सवाल जो चारों तरफ घूम रही थी कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों ? आज बाहुबली के इस फेमस हीरो का बर्थ डे है. जी हां आज कटप्पा यानी सत्यराज का बर्थ डे है. फिल्मों में हमेशा अपनी नेगेटिव रोल के लिए जाने वाले कटप्पा अपने रियल लाइफ में बिलकुल अलग किस्म के इंसान है. आज हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बात बताने जा रहे हैं. सत्यराज दक्षिण भारतीय सिनेमा का जाना पहचाना चेहरा हैं. लेकिन उत्तर भारत में उन्हें पहचान कटप्पा का रोल निभाने के बाद मिली. हालांकि हिंदी फिल्मों में सत्यराज एक और मशहूर किरदार निभा चुके हैं.
सत्यराज रोहित शेट्टी की फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ में दीपिका पादुकोण के पिता की भूमिका में थे और उन्होंने वो किरदार शानदार तरीके से निभाया था. सत्यराज ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत बतौर लीड एक्टर की थी. सत्यराज के साथ काम करने वाले बताते हैं कि वो अक्सर अपनी फिल्म पूरी होने के बाद सेट पर मौजूद टेक्नीशियन्स को तोहफे देते हैं.
वक्त के पाबंद हैं ‘कटप्पा’
सत्यराज वक्त के बहुत पाबंद हैं और अक्सर सुबह 6 बजे की शूटिंग के लिए 5 बजे ही सेट पर पहुंच जाते हैं और संयम के साथ अपने शॉट का इंतजार करते हैं. सत्यराज ने दक्षिण भारत की कई फिल्मों में नेगेटिव किरदार निभाया है लेकिन ‘बाहुबली 1′ और’ बाहुबली 2′ में कटप्पा का किरदार निभाकर उन्होंने जो छाप दर्शकों के दिलों पर छोड़ी है उसे भुला पाना आसान नहीं है.
‘कटप्पा’ की बेटी हैं न्यूट्रिशनिस्ट
बता दें कि सत्यराज की बेटी दिव्या पेशे से न्यूट्रिशनिस्ट हैं. उन्होंने इसी सब्जेक्ट में एम फिल किया और बाद में पीएचडी भी की. वहीं बेटा सिबिराज पिता की तरह ही खुद भी एक्टर है. सत्यराज ने अपने करियर की शुरुआत नेगेटिव किरदारों से की. हालांकि बाद में उन्होंने एक्शन, ड्रामा से लेकर कॉमेडी फिल्मों में भी काम किया.