मुंबई: बॉलीवुड स्टार संजय दत्त ने आज अपनी फिल्म भूमि के प्रमोशन के लिए काशी पहुंचे हुए थे. लेकिन इससे पहले संजय ने गंगा घाट पर मां नरगिस और पिता सुनील दत्त का श्राद्ध कर उनकी अंतिम इच्छा पूरी की. आज संजय ने पिंडदान किया.
बता दें कि इसके लिए काशी के अर्द्धचंद्राकार घाटों के अंतिम छोर से पहले रानी घाट पर श्राद्ध के लिए तैयारी की गई थी. सिद्धिविनायक मंदिर के महंत आचार्य राजेंद्र कुमार शर्मा के साथ 8 कर्मकांडी ब्राह्मणों ने श्राद्ध की सारी प्रक्रिया पूरी कराई.
इसमें करीब आधे घंटे का समय लगा. इस दौरान फिल्म ‘भूमि’ में संजय की बेटी बनी ऐक्ट्रेस अदिति राव हैदरी भी संजय के पीछे बैठी नजर आईं. फिल्म यूनिट के लोग भी उनके साथ रहे.
पिंडदान करने के बाद संजय दत्त ने बताया कि पिता सुनील दत्त ने उनसे कहा था कि जेल से बाहर आने के बाद मेरा पिंडदान जरूर करना. पिता की इस इच्छा को वह पूरी करना चाहते थे. काशी आने का मौका मिलने पर इसे पूरा कर दिया.
श्राद्ध कर्म के बाद संजय दत्त को काशी विश्वनाथ मंदिर और कालभैरव में दर्शन करना था, लेकिन प्रशंसकों की भीड़ के चलते अंतिम समय में कार्यक्रम बदल दिया गया. गंगा घाट से संजय दत्त सीधे फिल्म ‘भूमि’ के प्रमोशन के लिए सनबीम स्कूल चले गए. इस दौरान उनके साथ फिल्म के निर्देशक ओमंग कुमार, ऐक्ट्रेस अदिति राव हैदरी के अलावा शेखर सुमन और पाखी हेगड़े भी रहीं.