मुंबई : बॉलीवुड के जिंदादिल अभिनेता ऋषि कपूर का देहांत हो गया है. आज सुबह करीब 9:15 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली. ऋषि कपूर पिछले दो सालों से कैंसर से जूझ रहे थे. ऋषि कपूर के निधन पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं उनकी जिंदगी का वो हिस्सा जो शायद ही आपको पता हो.
याराना फिल्म के एक गाने की शूटिंग के दौरान जब नीतू सिंह रोने लगी तो अमिताभ बच्चन ने पूछा कि क्या बात है? नीतू ने बड़ी मुश्किल से उन्हें बताया कि चिंटूजी की याद आ रही है. अमिताभ ने फौरन नीतू को अगली फ्लाइट से ही वापस मुंबई भिजवाया और बाकी का गाना बिना नीतू के ही शूट किया. गाने में भी वो हैं, लेकिन कहीं दिखती हैं, कहीं नहीं, ऐसे में ऑडियंस को ये बात पता नहीं चल पाई. ऐसा था दोनों का प्यार, जिसके चलते नीतू सिंह अपने भरे पूरे कैरियर को कुर्बान करके ऋषि की दुल्हन बन गईं और दशकों तक सिल्वर स्क्रीन से गायब रहीं.
ऐसे में आपके लिए ये जानना वाकई में दिलचस्प होगा कि नीतू सिंह ऋषि कपूर का पहला प्यार नहीं थीं, बल्कि उनके पहले प्यार ने तो गलतफहमी का शिकार होकर ऋषि के प्यार को ही ठुकरा दिया था. दरअसल ऋषि कपूर को जब बॉबी मिली तो उनके ऊपर डबल जिम्मेदारी थी, एक तो उनकी बतौर हीरो पहली फिल्म थी दूसरे पिता राज कपूर काफी घाटे में चल रहे थे. अगर बॉबी हिट ना होती तो राजकपूर शायद बर्बाद हो जाते.
आरोप तो लगते हैं कि राजकपूर ने ना केवल हाजी मस्तान से इस फिल्म के लिए पैसा लिया था बल्कि डिम्पल कपाडियां को लांच करने के लिए उनके पिता से भी पैसा लिया था. ऐसे में ऋषि कपूर कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहते थे.
उनका वजन थोड़ा ज्यादा था, सो वो वेट लॉस करने के लिए काफी पहले से ही एक वेट लॉस क्लीनिक में जाने लगे. जहां उनकी मुलाकात हुए यास्मीन मेहता से, बेहद खूबसूरत यास्मीन एक पारसी परिवार से थीं और उस क्लीनिक में ट्रेनर थे.
वो पहली नजर का प्यार था, दोनों रोज मिलने लगे और नजदीकियां बढ़ने लगीं. हालांकि यास्मीन एक बड़े और फिल्मी परिवार के बेटे से रिश्ते को लेकर हिचक भी रही थीं. लेकिन ऋषि का लगाव देखकर वो ना भी नहीं कर पाईं.
यास्मीन ने ऋषि कपूर को एक रिंग भी गिफ्ट में दी, जिसे ऋषि अपनी उंगली में हमेशा डाले रहते थे. जब बॉबी की शूटिंग शुरू हुई तो ग्लेमरस और बिंदास डिम्पल के चर्चे फिल्मी पत्रिकाओं के जरिए लोगों तक पहुंचने लगे. इधर काका इनसिक्योर हुए, उधर यास्मीन भी.
एक दिन डिम्पल ने ऋषि कपूर की उंगली से वो रिंग लेकर मजाक मजाक में खुद पहन ली. वो रिंग कुछ दिनों तक डिम्पल के पास ही रही. इधर परेशान काका डिम्पल पर शादी का दवाब बनाने लगे, उनके कानों में भी हम उम्र ऋषि और डिम्पल की दोस्ती के चर्चे पड़ने लगे थे. उधर यास्मीन भी ऋषि से नाराज होने लगी.
एक तो वैसे ही ऋषि ने अब वेट लॉस क्लीनिक में शूटिंग के चलते आना बहुत कम कर दिया था, दूसरे ऋषि के हाथों में रिंग ना देखकर भी उसे गुस्सा आ रहा था. एक दिन जब अपने जुहू के बंगल में काका ने डिम्पल को प्रपोज करते हुए डिम्पल को रिंग पहनाने के लिए हाथ पकड़ा तो उसके हाथ में यास्मीन वाली अंगूठी देखी तो पूछा, डिम्पल ने बताया ऋषि की है तो गुस्से में राजेश खन्ना ने खिड़की से ही उस अंगूठी को समंदर में फेंक दिया.
पत्र-पत्रिकाओं की हैडलाइंस थी– Rajesh Khanna throws Rishi Kapoor’s ring into the sea. यास्मीन पहले से ही नाराज थी, ऋषि डिम्पल के किस्से चटखारे लेकर हर मैगजीन में छपते देख कर उसे यकीन हो चुका था कि उसके साथ धोखा हुआ है, ऋषि ने काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन रिंग वाली न्यूज ने आग में घी का काम किया.
इधर बीच मूवी में राजेश खन्ना ने तो डिम्पल से शादी करके घर बसा लिया, लेकिन स्टार डस्ट ने ऋषि-डिम्पल के बीच के रोमांस को इतने चटखारे के साथ छापा कि यास्मीन उनकी जिंदगी से हमेशा के लिए चली गईं. अपने इस पहले प्यार और रिंग वाली घटना का जिक्र ऋषि कपूर ने अपनी बायोग्राफी ‘खुल्लमखुल्ला’ में भी किया है. ऋषि कपूर ने ये भी लिखा कि डिम्पल से उनका कुछ भी नहीं था, लोग ऐसे ही छापते रहे लेकिन इसके चक्कर में उनके पहले प्यार की जरूर विदाई हो गई.