नई दिल्ली: आज से करीब 40 साल पहले जब नुसरत फतह अली खान साहब ने ‘मेरे रश्के क़मर’ गाना गाया होगा, तो उस वक्त उन्होंने भी नहीं सोचा होगा कि ये गाना इतना ज्यादा पॉपुलर हो जाएगा. इस गाने में इस्तेमाल किये गये एक-एक शब्द इतने मजेदार हैं, यही वजह है कि आज हर किसी की जुबां पर यही गाना छाया हुआ है. हर कोई सोते-जागते, उठते-बैठते बस एक ही गाना गुनगुना रहा है- ‘मेरे रश्के कमर, तूने पहली नजर…’ मगर यहां असल बात ये है कि जिस गाने को आपने अपने दिल में उतार लिया है क्या उस गाने का मतलब भी जानते हैं? ऐसे कम ही लोग मिलेंगे जिन्हें इस गाने का मतलब पता होगा.
अगर आप और लोगों से अलग बनना चाहते हैं तो आपको न सिर्फ ये गाना आना चाहिए, बल्कि इसका अर्थ भी पता होना चाहिए. जी हां, अगर आप मेरे रश्के क़मर का मतलब नहीं जानते हैं तो इस आर्टिकल काफी गौर से पढ़ें कि आखिर मेरे रश्के क़मर का असल मतलब क्या होता है…दरअसल, ‘मेरे रश्के क़मर’ गाना उर्दू जुबान की गजल है. इसे खुद नुसरत फतह अली खान ने लिखा और गाया भी है. इस गजल में उर्जू शब्दों का काफी इस्तेमाल किया गया है. यही वजह है कि लोग इसके अर्थ को तो नहीं समझ पा रहे हैं मगर जिस तरह से इसे गाया गया है, संगीत से सजाया गया और जिस खूबसूरत तरीके से फिल्माया गया है, उसके कारण ये आज लोगों का फेवरेट सॉन्ग बन गया है.
‘मेरे रश्के क़मर’ का सीधा अर्थ होता है, चांद की ईर्ष्या. यानी कि जिसकी खूबसूरती देखकर खुद चाँद भी जलने लगे. दरअसल, बोले जाने में भले ये रश्के कमर लगता है, मगर जब लिखते वक्त “रश्क-ए-क़मर” लिखा जाता है. जिसमें ‘रश्क’ का अर्थ होता है ‘ईर्ष्या’ अथवा ‘जलन’ और ‘क़मर’ का अर्थ होता है ‘चांद’. इसलिए उर्दू के इन दोनों शब्दों को मिला दें तो ये रश्के क़मर हो जाता है, जिसका अर्थ होता है चांद की ईर्ष्या. और हां, याद रहे कि हिंदी के शब्द ‘कमर’ का मतलब सिर्फ और सिर्फ ‘कमर’ ही होता है जो हम सभी जानते हैं.
यानी कि ‘रश्के क़मर’ का मतलब हुआ कि कोई इतना सुंदर है कि उसे देखकर चांद को भी जलन होने लगती है. अक्सर उर्दू जबान में इस शब्द का इस्तेमाल प्रेमी अपनी प्रेमिका की तारीफ करने के लिए करते हैं. जब प्रेमी अपनी प्रेमिका को मेरे रश्के क़मर कहे, तो समझ लेना चाहिए कि वह प्रेमी अपनी प्रेमिका को इस दुनिया का सबसे खूबसूरत वस्तु बता रहा है. रश्के क़मर शब्द का इस्तेमाल प्रेमी अपनी प्रेमिका की सुंदरता का बखान करने के लिए करते हैं. रश्के क़मर का अंग्रेजी एनवी द मून (Envy of the Moon) होता है. बता दें कि गजल की पूरी लाइन है मेरे रश्के क़मर तूने पहली नजर, जब नजर से मिलाई मजा आ गया. इस गाने की ये लोकप्रियता ही है कि अब बादशाहो फिल्म में भी इस गाने को शामिल किया गया है.