मुंबई: नेस वाडिया एक बार फिर विवादों में है, इस बार उन पर धोखाधड़ी और दस्तावेजों से हेर फेर करने का आरोप लगा हैं. मुंबई के कुरार पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई एफआईआर के मुताबकि वाडिया के एफ ई दिनशॉ ट्रस्ट ने मलाड के रहने वाले अब्दुल वाहिद खान के साथ दस्तावेजों में हेर-फेर कर उन्हें जमीन से बेदखल करने की कोशिश की हैं.
दरअसल मामला कई सालों से चला आ रहा हैं, मलाड पूर्व में रहने वाले अब्दुल वाहिद खान और उनके भाई सैफुल्ला खान ने वाडिया के ट्रस्ट से 1992 में 5000 मीटर के करीब एक जमीन मलाड पूर्व के पिंपपरिवाडा मे 7.5 लाख मे टेडरिंग के जरिये ली थी, पर कई साल बीत जाने के बाद भी खान बंधुओं को ट्रस्ट की तरफ से वाहन दस्तावेज नहीं दिया गया. उल्टा दोनों भाइयों से वाहन दस्तावेज देने के बदले ट्रस्ट ने 50 लाख की रिश्वत की मांग की जाने लगी.
शिकायत कर्ता ने जब पूरे पैसे दिए जाने की बात कही तो उन्हें झूठा साबित करने के लिए ट्रस्ट ने 2010-11 अब्दुल वाहिद खान और सैफुल्ला खान के फर्जी लेटर पेड तैयार किये और उस लेटर में ट्रस्ट ने खुद ही इस बात का जिक्र किया की इन दोनों भाइयों ने इन लेटर्स के जरिये इस बात की कबूली की है की वो करीबन 5000 मीटर जमीन के बदले 3.75 करोड़ (पौने चार करोड़) रुपये देने को तैयार हो गए हैं, इसी फर्जी लेटर का हवाला देते हुए ट्रस्ट ने अपनी तरफ से खान बंधुओ को अपना जवाब भेज दिया कि आप जो रकम 3.75 करोड़ देने को राजी हुए है वो कम हैं , ट्रस्ट ने जिस फर्जी लेटर को खान बंधुओ का बताया उसमें उन दोनों भाइयों के फर्जी हस्ताक्षर भी किये गए.
जब इस बात की जानकारी खान बंधुओ को मिली तो उनके होश उड़ गए. जिसके बाद उन्होंने कुरार पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत की, पुलिस ने इस मामले की छानबीन की तो पाया कि जिस लेटर हेड को ट्रस्ट खान बंधुओ की ओर से जारी किया गया बता रहा है वो फर्जी तरीके से तैयार कर उसमें साईन किये गए है.
पुलिस ने शिकायतकर्ता को इस बात की तसल्ली दी कि उनके साथ गलत हुआ है पर मामला दर्ज करने से ये कह कर दर्ज करने से इंकार कर दिया कि “ये बड़े लोग है हम इनके खिलाफ मामला नही ले सकते” ।शिकायतकर्ता ने यहां भी हार नही मानी वो बोरीवली मेट्रोपोलिटन कोर्ट गया और 156 (3) के तहत प्राइवेट कंप्लेन कोर्ट को दी जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस को मामला दर्ज कर कार्रवाई करने के आदेश दिए.
पुलिस ने नेस वाडिया,नुस्ली वाडिया, मौरीन वाडिया,जहांगीर वाडिया सहित ट्रस्ट के दस लोगों पर धोखाधड़ी,दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी दिए जाने का मामला दर्ज कर लिया हैं.