नई दिल्ली: सरकार के तीन साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने आज असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर बने देश के सबसे बड़े पुल ढोला-सादिया का उद्धाटन किया. उन्होंने पुल के नाम की घोषणा करते हुए कहा कि पुल का नाम असम के मशहूर संगीतकार भूपेन हजारिका के नाम से जाना जाएगा.
मात्र दस साल की उम्र में उन्होंने ना सिर्फ गाना लिखना बल्कि गाना भी शुरू कर दिया था. असमिया फिल्मों के लिए कई गाने लिख चुके भूपेन हजारिका ने कविता लेखन, पत्रकारिता, गायकी और फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी हाथ आजमाए.
भूपेन हजारिका ने मात्र 13 साल 9 महीने की उम्र में ही मेट्रिक की परीक्षा पास की और फिर आगे की पढ़ाई के लिए गुवाहाटी कॉलेज में दाखिला ले लिया. 1942 में वहां से इंटरमीडिएट करने के बाद वो बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी आ गए. यहां से पॉलीटिकल साइंस में एमए करने के बाद उन्होंने न्यूयॉर्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री ली.
भूपने हजारिका के कॉलेज का वो मशहूर किस्सा
एक बार भूपेन हजारिका को कॉलेज के नए विद्यार्थियों के लिए आयोजित स्वागत समारोह में भाषण पढ़ना था जो उन्हें उनके पिता ने लिखकर दिया था. लेकिन स्टेज पर चढ़ते ही वो भाषण भूल गए और फिर उन्होंने गाना गाना शुरू कर दिया. लोगों को उनका गाना इतना पसंद आया कि उनसे गाना सुनने की फरमाइशें आने लगीं. इसके बाद भूपने हजारिका ने संगीत से जुड़ी कई किताबें पढ़ीं और खुद को संगीत जगत में स्थापित किया.
बॉलीवुड में भूपेन दा के नाम से जाने जाने वाले भूपेन हजारिका का जन्म 8 सितंबर, 1926 को भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम के तिनसुकिया जिले के सदिया में हुआ था. हजारिका ऐसे कलाकार थे जो अपने गाने खुद लिखते, कंपोज करते और गाते थे.
भूपने हजारिका ने दिल हूम हूम करे, गंगा और बिहू के गीतों को अपनी आवाज दी. कला क्षेत्र में उनके उत्कृष्ठ योगदान के लिए सरकार ने 2001 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया. साल 1992 में उन्हें दादा साहेब फालके पुरस्कार से भी नवाजा गया.
इसके अलावा 1975 में उन्हें बेस्ट रीजनल फिल्म का अवार्ड भी मिला. साल 2009 में असम रत्न और संगीत नाटक अकादमी अवार्ड जैसे पुरस्कारों से नवाजा गया.
साल 2011 में निमोनिया की बीमारी और फिर किडनी में फैले संक्रमण के बाद भूपने हजारिका ने दुनिया को अलविदा कह दिया और पीछे छोड़ गए अपनी यादें और दिल को छू लेने वाली आवाज
पीएम मोदी ने आज देश का सबसे बड़े पुल का नाम भूपेन हजारिका रखकर देश के महान गायक और संगीतकार को लोगों की यादों में हमेशा के लिए अमर कर दिया