नई दिल्ली: मशहूर अदाकारा नरगिस ने लगभग चार दशक तक भारतीय सिनेमा में राज किया है. लाखों दिलों पर राज करने वाली खूबसूरत अदाकारा नरगिस की आज 3 मई 1981 को सदा के लिए इस दुनिया से रूखसत हो गई. आज आपको बताते हैं इनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें.
आपको पता है नरगिस और सुनील दत्त की प्रेम कहानी की शुरुआत कहां से हुई थी. दरअसल फिल्म मदर इंडिया की शूटिंग के दौरान सुनील दत्त ने नरगिस को आग से बचाया था. इस घटना के बाद नर्गिस ने अपनी उम्र और हैसियत की परवाह किए बिना सुनील दत्त को अपना जीवन साथी चुन लिया था.
फिल्म मदर इंडिया में नरगिस ने सुनील दत्त की मां की भूमिका निभाई थी. शादी के बाद नरगिस ने फिल्मों में काम करना बंद कर दिया था.
कलकत्ता शहर में एक जून 1929 को जन्मी नरगिस का नाम कनीज फातिमा राशिद था और मशहूर अभिनेत्री और निर्माता जद्दन बाई की बेटी थीं.
घर में फिल्मी माहौल होने के बावजूद बचपन में नरगिस की अभिनय में कोई दिलचस्पी नहीं थी. उनकी इच्छा डॉक्टर बनने की थी, जबकि उनकी मां उन्हें अभिनेत्री बनाना चाहती थीं.
इसके चलते एक दिन उनकी मां ने उनसे स्क्रीन टेस्ट के लिए फिल्म निर्माता एवं निर्देशक महबूब खान के पास जाने को कहा. नरगिस एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थी इसलिए उन्होंने सोचा कि यदि वह स्क्रीन टेस्ट में फेल हो जाती हैं तो उन्हें अभिनेत्री नहीं बनना पड़ेगा.
स्क्रीन टेस्ट के दौरान नर्गिस ने अनमने और अजीब ढंग से डायलॉग बोले और सोचा कि महबूब खान उन्हें स्क्रीन टेस्ट में फेल कर देंगे लेकिन उनका यह विचार गलत निकला. महबूब खान ने अपनी फिल्म तकदीर (943) के लिए बतौर लीड एक्ट्रेस चुन लिया था.
शादी के 10 साल बाद अपने भाई अनवर हुसैन और अख्तर हुसैन के कहने पर नर्गिस 1967 में फिल्म ‘रात और दिन’ में काम किया. इस फिल्म के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. यह पहला मौका था जब किसी अभिनेत्री को यह पुरस्कार दिया गया था.
नरगिस को बॉलीवुड करियर में बहुत मान-सम्मान मिला. उन्हें पदमश्री पुरस्कार से सम्मनित किया गया था. उन्हें राज्यसभा सदस्य भी बनाया गया.
नरगिस के तीन बच्चे अभिनेता संजय दत्त, बेटियां प्रिया दत्त (कांग्रेस नेत्री और पूर्व सांसद) नम्रता दत्त (अभिनेता कुमार गौरव की पत्नि) हैं.