नई दिल्ली: आप इस मूवी में पॉल वॉकर को कतई मिस नहीं करेंगे. लेकिन एक्शन के शौकीन हैं तो इस मूवी को कतई मिस नहीं करिएगा. इससे पहले आपने किसी भी मूवी में इतनी कारों को एक साथ बर्बाद होते नहीं देखा होगा, ना हॉलीवुड की और ना बॉलीवुड की.
हालांकि आपको आइडिया बॉलीवुड जैसा लगेगा, कि कैसे जुर्म की गलियां छोड़ चुके किसी हीरो को उसके बेटे को किडनेप करके ब्लेकमेलिंग के जरिए फिर से एक बड़े क्राइम ऑपरेशन में लगाया जाता है, हालांकि ये ट्रीटमेंट अभी तक किसी भी मूवी में नहीं दिया जा सका है.
एक और खास बात आपको इस मूवी में ये देखने को मिलेगी कि आज की दुनियां से एक कदम आगे की दुनियां दिखाई गई है, लेकिन वो सब आपको एकदम नामुमकिन नहीं लगता. टेक्नोलॉजी पर इसी तरह काम होता रहा तो ऐसे सीन एकदिन आम जीवन में आम हो सकते हैं. कहानी है फास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज के उसी स्ट्रीट रेसर डॉम (विन डीजल) की जो इन दिनों क्यूबा में हनीमून मना रहा है कि अचानक एक लेडी उसे एक वीडियो दिखाती है और वो जुर्म की गलियों में फिर से उतर जाता है.
चार्लीस थेरोन इस मूवी पर पूरी तरह छाई हुई है, एक ठंडे दिमाग की साइबर टेररिस्ट के रूप में, जिसका अड्डा उड़ते प्लेन में है और दुनियां का हर बड़े सीसीटीवी कैमरे को वो कंट्रोल कर सकती है. डॉम के बेटे और पूर्व बीवी को अपने कब्जे में लेकर डॉम से वो एक खास काम करवाना चाहती है, रूस की नाभिकीय क्षमता से लैस सबमैरीन को चुराना.
मूवी में डॉम की पूरी टीम है, यहां तक ड्वैन जॉन्सन और जैसन स्टेथम भी. जब कवर ऑपरेशन टीम का इंचार्ज उन्हें चार्लीस और डॉम के हाथ मिलाने की खबर देता है तो सभी चौंकते कि हैं डॉम ऐसा कैसे कर सकता है? डॉम की उनसे कई मौकों पर भिड़ंत होती है और जब भी होती है, वो सीन फास्ट भी हैं और फ्यूरियस भी. न्यूयॉर्क शहर में कैसे हजारों कारों को चार्लीस उड़ते प्लेन से कंट्रोल करके सड़कों पर उतार देती है, वो आइडिया ही अपने आप में जबरदस्त है, सीन को फिल्माना तो वाकई में काफी मुश्किल रहा होगा. किसी भी मूवी में कारों को तुड़वाने का ये वर्ल्ड रिकॉर्ड हो सकता है.
हमेशा की तरह गजब के एक्शन सींस की प्लानिंग करने और उन्हें हूबहू परदे पर उतारने में डायरेक्टर एफ गैरी ग्रे कामयाब रहे हैं, चाहे वो बैक गेयर में जलती कार से रेस जीतना हो, हजारों कारों का न्यूयॉर्क की सडकों पर बेलगाम उत्पात हो, वर्फ में सबमैरीन से कारों का पीछा हो, मूविंग ऑब्जेक्ट को भेदने वाली मिसाइल का निशाना हो या फिर एक कार को कई कारों के जरिए अलग अलग डायरेक्शन में खींचने का सीन हो.
आप इस मूवी से निराश नहीं होंगे, कोशिश पूरी ये की गई है कि ह्यूमर और रोमांस का तड़का भी बीच बीच में लगता रहे. मूवी देखते देखते आप हंसते भी रहेंगे. हालांकि कई जगह आप लॉजिक लगाएंगे कि जब ये हो सकता था तो ऐसा क्यों नहीं हुआ? या वो कैसे हो गया? लेकिन बाहुबली की तरह के हैरतअंगेज एक्शन सींस आपको ज्यादा लॉजिक लगाने नहीं देंगे. ऐसे में इस मूवी को छोड़ना अक्लमंदी की बात नहीं.