मुंबई: शिवसेना ने इंडियन आइडल जूनियर की सिंगर नाहिद आफरीन के प्रति समर्थन जताया. साथ ही नाहिद के खिलाफ फतवा जारी करने वाले मौलिवियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पुरानी और एक विकृत मानससिता का नतीजा है.
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए कहा, ‘नाहिद ने जो साहस दिखाया है उसकी तारीफ होनी चाहिए, लेकिन तारीफ काफी नहीं है. समाज के सभी वर्गों के लोगों आकर उनके कदम का समर्थन करना चाहिए. इसमें आगे ये भी कहा गया है कि इस्लामी देशों में जारी फतवे भी बेतुके साबित हुए हैं क्योंकि वहां भी महिलाएं सिनेमा और रंगमंच के क्षेत्र में काम कर रही हैं.
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले सिंगिग रिएलिटी शो इंडियन आइडल जूनियर की 2015 में रनर अप रह चुकी 16 साल की सिंगर नाहिद आफरीन के खिलाफ 42 मौलवियों ने फतवा जारी किया था. आफरीन के खिलाफ यह फतवा कब्रिस्तान और मस्जिद के पास एक प्रोग्राम आयोजित करने को लेकर जारी किया गया था. यह फतवा इसलिए जारी किया गया है ताकि उसे लोगों के सामने गाने से रोका जा सके. जारी हुए फतवे के मुताबिक, 25 मार्च को असम के लंका इलाके के उदाली सोनई बीबी कॉलेज में नाहिद को परफॉर्म करना है जो पूरी तरह से शरिया के खिलाफ है.
इस पर नाहिद ने इन फतवों पर पलटवार करते हुए कहा, ‘ पहले तो मैं यह सब देखकर काफी हैरान हुई और अंदर से काफी निराशा महसूस हुई’. आगे उन्होंने कहा, ‘संगीत मेरे लिए खुदा का दिया हुआ एक तोहफा है. कई मुसलमान सिंगर ने मुझे मेरी आवाज के लिए प्रोत्साहित किया है मुझे संगीत नहीं छोड़ना चाहिए. इसलिए मुझसे जितना हो सकता है, मैं अपना संगीत जारी रखूंगी’