मुंबई : बॉलीवुड में ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ नाम से मशहूर एक्टर आमिर खान आज 52वां जन्मदिन मना रहे हैं. बॉलीवुड में अपने दमदार अभिनय से एक अलग पहचान वाले आमिर खान का जन्म 14 मार्च, 1965 में मुंबई में ही हुआ था.
हर फिल्म में अपने अलग और जीवंत अभिनय के लिए फेमस इस एक्टर की लगभग सभी फिल्म दिल को छू लेने वाली होती है. अपने उसूलों के पक्के आमिर खान की जिंदगी की कुछ दिलचस्प बातें ऐसी हैं जो उन्हें बाकी फिल्मी सितारों से अलग बनाती हैं.
साल 1973 से फिल्मों में काम करने वाले आमिर ने अब तक करीब 70 से 80 फिल्मों में काम किया है. अपने फिल्मी सफर की शुरुआत आमिर ने एक बाल कलाकार के रूप में नासिर हुसैन की गृह निर्मित, निर्माण व निर्देशित फ़िल्म यादों की बारात (1973) और मदहोश (1974) से की थी.
आमिर ने पहला मुख्य किरदार साल 1988 के दौरान आई फिल्म कयामत से कयामत तक में निभाया था, इस फिल्म को दर्शकों ने खासा पसंद किया था और इसी फिल्म के जरिए आमिर ने हिंदी फिल्म जगत में नई पहचान भी बनाई थी.
आमिर ने यूं तो कई फिल्मों में काम किया है, लेकिन उनकी बेस्ट फिल्में दिल (1990), जो जीता वही सिकंदर (1992), दिल है कि मानता नहीं (1991), राजा हिन्दुस्तानी (1996), अंदाज अपना अपना (1994), मन (1999) रंगीला (1995), गुलाम (1998), सरफरोश(1999), लगान (2001), दिल चाहता है (2001), रंग दे बसंती (2006), फना (2006), तारे जमीं पर (2007), गजिनी (2008), 3 इडियट्स (2009), धूम 3 (2013), पीके (2014) और दंगल (2016) हैं. हर कोई यह बात जानता है कि आमिर अगर किसी फिल्म में जुट जाते हैं तो वह तब तक चैन की सांस नहीं लेते जब तक कि वह फिल्म पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हो जाती.
अधिकर अवॉर्ड शो से दूरी रखने वाले आमिर खान अपने काम के प्रति किस हद तक प्रतिबद्ध हैं, यह बात उनकी मैडम तुषाद में मोम का पुतला बनवाने से इनकार करने की वजह जानकर आपको पता चल जाएगा.
साल 2007 में आमिर को लंदन में मैडम तुसाद म्यूजियम में मोम का पुतला बनवाने के लिये बुलाया गया था, लेकिन आमिर ने यह कह कर मना कर दिया कि उनके लिए यह जरूरी नहीं है, अगर लोग उन्हें देखना चाहते है तो उनकी फ़िल्म देखें. साथ ही वे इतनी सारी चीजें नहीं कर सकते. उनके पास इतनी ही ताकत है.