मुंबई: बादशाह की फिल्म ‘रईस’ अपनी रिलीज के पहले से ही किसी न किसी वजह सुर्खियों में है. लेकिन रिलीज के बाद भी रईस की प्रॉब्लम कम होने का नाम नहीं ले रही है. रिलीज के पहले ही फिल्म की हिरोइन माहिरा खान को पाकिस्तानी एक्ट्रेस होने की वजह से फिल्म प्रमोशन से दूर ही रखा गया.
अब रईस को लेकर खबर आ रही है कि शिवसेना के गुजरात विंग ‘विश्व हिंदू परिषद’ ने इस फिल्म पर बैन की मांग की है. साथ ही VHP नेता ने कहा कि एक अपराधी की कहानी को इतने शानदार तरीके से दिखाना गलत है. आगे उन्होंने कहा की भारत में ऐसे कई महान व्यक्ति है जिनके ऊपर फिल्म बन सकती है. लेकिन शाहरुख खान ने अब्दुल लतीफ के ऊपर ही फिल्म बनाना ही क्यों पसंद किया.
नेता ने शाहरुख पर आरोप लगाते हुए कहा कि खान अपनी फिल्म को लेकर बोलते हैं कि इसका किसी व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है लेकिन सच सबको पता है कि ‘रईस’ की कहानी ‘अब्दुल लतीफ’ पर फिल्माई गई है. जो एक जाना-माना खूनखार अपराधी था. बता दें कि अहमदाबाद का डॉन था अब्दुल लतीफ, जिसे गुजरात का किंग भी कहा जाता था.
क्यों गरीबों का मसीहा था लतीफ
शहर के मुस्लिम इलाकों में लतीफ गरीबों के लिए मसीहा माना जाने लगा था. वह बेरोजगार युवकों को अपनी गैंग में शामिल कर लेता था. इसकी वजह से उसे राजनीतिक समर्थन भी मिलने लगा था. 1985 में उसने जेल में बंद रहते हुए निकाय चुनाव में पांच सीटों पर चुनाव लड़ा था. और वह जेल में रहते हुए भी सभी सीटों पर चुनाव जीत गया था. जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड था. उसकी इस जीत से बड़े बड़े नेताओं ने दांतों तले उंगली दबा ली थी.