मुंबई: आप डेविड धवन की कई कॉमेडी फिल्मों के फैन रहे होंगे, मसलन आंखें, राजा बाबू, कुली, जुड़वां, कुली नंबर वन. हीरो नंबर वन. बीवी नंबर वन, शादी नंबर वन, पार्टनर समेत कई सारी. लेकिन जिस मूवी से उन्होंने अपनी फिल्मों में इस कॉमेडी के तड़के की शुरूआत की थी उसकी रिलीज हुए 23 जनवरी को 25 साल होने जा रहे हैं. इस मूवी में भी उनका फेवरेट हीरो गोविंदा ही था और मूवी का नाम था शोला और शबनम, ये सारी फिल्में इस मूवी के बाद ही बनीं.
अब जानिए उन फिल्मों के टाइटल्स जो शोला और शबनम से पहले डेविड धवन ने बनाई थीं, ये थीं ताकतवर, आग का गोला, आंधियां और गोला बारूद. टाइटल पढ़कर ही आप समझ गए होंगे कि इन मूवीज में कॉमेडी डालना भी कितना मुश्किल रहा होगा. हालांकि शोला और शबनम का टाइटल भी ऐसा ही सीरियस लगता है, लेकिन ये डेविड की टेस्टिंग फिल्म थी, यानी अगर कॉमेडी का फॉरमूला इसमें हिट नहीं होता तो डेविड धवन का कैरियर ही खत्म होने के कगार पर था.
फिल्म का कांसेप्ट तो सीरियस ही था, लेकिन अनुपम खेर और बिंदु के किरदारों ने मूवी में जान डाल दी. मूवी में गोविंदा के अपोजिट दिव्या भारती हीरोइन थीं. गोविंदा और दिव्या की इस मूवी को लोगों ने इतना पसंद किया कि बेटा और दीवाना के बाद 1992 की ये तीसरे सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली फिल्म थी.
यूं तो गोविंदा और डेविड धवन ने एक साथ 17 फिल्मों ने काम किया है, लेकिन बाकी फिल्में कतई ना बनतीं अगर शोला और शबनम हिट ना होती. फिल्म का म्यूजिक बप्पी लहरी ने कम्पोज किया था. फिल्म में पांच गाने थे, जो अनजान ने लिखे और एक गाने में गोविंदा ने भी कलम चलाई, उनको बाकायदा मूवी में गीतकार का क्रेडिट दिया गया था. गोविंदा ने इस मूवी में एक गाना भी गया था, बोल थे—गोरी गोरी , बांकी छोरी.
हालांकि तू पागल प्रेमी आवारा और डोले डोले दिल मेरा डोले उन दिनों के सुपरहिट गाने थे और बच्चे बच्चे की जुबान पर थे. सबसे दिलचस्प घटना जो दिव्या भारती की जिंदगी से जुड़ी थी, इसी मूवी के दौरान हुई थी. दिव्या भारती इसी मूवी की शूटिंग के दौरान सेट पर पहली बार निर्माता निर्देशक साजिद नाडियाडवाला से मिली थी और फिल्म की रिलीज के तीन महीने बाद 10 मई 1992 को दोनों ने शादी भी कर ली थी.
दिव्या का रोल इस मूवी में पुलिस कमिश्नर की बेटी का था, जो गोविंदा से प्यार करने लगती है, लेकिन शहर के गैंगस्टर काली यानी गुलशन ग्रोवर का भाई मोहनीश बहल उसे पाना चाहता है. वो गोविंदा समेत एनसीसी के चार कैडेट्स को जाल में फंसाकर मुजरिम बनाने की साजिश रचते हैं, लेकिन एनसीसी के हैड मेजर लाठी के रोल में अनुपम खेर और लेडी टीचर बिंदु की मदद से गोविंदा और दिव्या सारी मुश्किलें पार करके मिल जाते हैं.
अनुपम खेर, बिंदु और गोविंदा की कॉमिक टाइमिंग, गुलशन ग्रोवर की डायलॉग डिलीवरी और फिल्म के सुपरहिट गीतों ने फिल्म को सुपरहिट करवा दिया. गोविंदा की एक्शन और कॉमिक टाइमिंग इस मूवी में सुपर लेवल पर थीं. इस मूवी ने ना केवल डेविड धवन, अनुपम खेर, गोविंदा और दिव्या भारती के कैरियर को सहारा दिया बल्कि इसी मूवी से मुंबई फिल्म इंडस्ट्री को एक कॉमेडी राइटर भी मिला, जो बाद में बॉलीवुड को कई सफल कॉमेडी फिल्में देने वाला डायरेक्टर बन गया, नाम है अनीस बज्मी.
अनीस की यह पहली कॉमेडी मूवी थी, इसके बाद तो उसने लाइन लगा दी. राजा बाबू, आंखें, हलचल जैसी कामयाब कॉमेडी फिल्में अनीस ने लिखीं. कईं फिल्में डायरेक्ट भी कीं मसलन नो एंट्री, सैंडविच, वैलकम, वैलकम बैक, सिंह इज किंग, नो प्रॉब्लम और थैंक यू जैसी कई यादगार कॉमेडी मूवीज अनीस बज्मी के खाते में हैं, लेकिन उनको ये रास्ता शोला और शबनम ने दिखलाया.
हालांकि शोला और शबनम नाम से बॉलीवुड में पहले भी एक मूवी आ चुकी थी, धर्मेन्द्र और तरला मेहता की ये मूवी 1961 में आई थी. लेकिन कई गानों और मूवीज के टाइटल्स डेविड धवन पुरानी मूवीज से ही लेते थे जैसे ईना मीना डीका, बोल राधा बोल, शोला और शबनम, आंखें आदि. दिलचस्प बात ये भी थी कि 1992 में गोविंदा की 6 मूवीज रिलीज हुई थीं, बाज, नाच गोविंदा नाच, जान से प्यारा, राधा का संगम और जुल्म की हुकूमत, लेकिन ऑडियंस का जो प्यार शोला और शबनम को मिला, वो बाकी पांचों को नहीं.
जबकि दिव्या भारती की उस साल 12 मूवीज रिलीज हुई थीं, जिनमें 2 तेलुगू फिल्में थीं. शोला और शबनम के अलावा बाकी नौ मूवीज थीं—विश्वात्मा, दिल का क्या कुसूर, जान से प्यारा, दीवाना, बलवान, दुश्मन जमाना, दिल आशना है, गीत और दिल ही तो है. जिनमें से दीवाना और शोला और शबनम ने बॉक्स ऑफिस पर जमकर धमाल किया.
युवा ऑडियंस को वो काफी पसंद आईं. 1992 में ही डेविड धवन की दूसरी फिल्म भी अगस्त में रिलीज हुई थी रिषि कपूर और जूही चावला की बोल राधा बोल, लेकिन पैसे कमाने के मामले में शोला और शबनम काफी आगे थी.
डेविड धवन की कई बडी फिल्मों की तरह शोला और शबनम और आंखें दोनों को पहलाज निहलानी ने ही प्रोडयूस किया था, जो आज सेंसर बोर्ड के चीफ हैं.शोला और शबनम की रिलीज के पच्चीस वें साल में ही गोविंदा ट्विटर पर लांच हुए हैं, अपनी एक्शन और स्टाइल से भरपूर अपनी नई मूवी का ट्रेलर लेकर, टाइटल है ‘आ गया हीरो’.