Happy B’day: जब बीमार राजेश खन्ना के पोस्टर पर बर्फ की सिकाई करने लगी थीं लड़कियां…

मुंबई.  ‘ऊपर आका, नीचे काका’ यह कहावत एक वक्त बॉलीवुड में काफी मसहूर थी. अपनी अभिनय से दुनिया को दिवानी बनाने वाले एक्टर तो कई हुए लेकिन दर्शकों ने सबसे पहले जिसे स्टार कलाकार माना वो उस शख्स का नाम है राजेश खन्ना. हिन्दी फिल्म जगत के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना आज हमारे बीच होते […]

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Happy B’day: जब बीमार राजेश खन्ना के पोस्टर पर बर्फ की सिकाई करने लगी थीं लड़कियां…

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  • December 29, 2016 5:05 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
मुंबई.  ‘ऊपर आका, नीचे काका’ यह कहावत एक वक्त बॉलीवुड में काफी मसहूर थी. अपनी अभिनय से दुनिया को दिवानी बनाने वाले एक्टर तो कई हुए लेकिन दर्शकों ने सबसे पहले जिसे स्टार कलाकार माना वो उस शख्स का नाम है राजेश खन्ना. हिन्दी फिल्म जगत के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना आज हमारे बीच होते तो 74 वां जन्मदिन मना रहे होते. 
 
 
राजेश खन्ना का जन्म पंजाब के अमृतसर में 29 दिसंबर 1942 को हुआ था. उस वक्त उनका नाम जतिन खन्ना रखा गया था. बचपन से उनका सपना एक एक्टर बनने का था, लेकिन उनके पिता इसके खिलाफ थे. उन्होंने अपने करियर की शुरूआत रंगमंच से की. इसके बाद बॉलीवुड में उन्होंने 1966 में आई फिल्म ‘आखिरी खत’ से की. इसके बाद 1966 से 1969 तक राजेश खन्ना बॉलीवुड मे अपनी जगह बनाने के लिये स्ट्रगल करते रहे. 
 
 
यह बात आप शायद ही जानते होंगे कि एक दौर था जब राजेश खन्ना ने फिल्म में काम पाने के लिए कई निर्माताओं के दफ्तर के चक्कर काटे. लेकिन खास बात तो यह है कि एक स्ट्रगलर होने के बावजूद राजेश खन्ना इतनी महंगी कार में निर्माताओं के यहां जाते थे कि जितनी महंगी कार उस दौर के हीरो के पास भी नहीं थी. 
 
 
 
इसके बाद निर्माता-निर्देशक शक्ति सामंत की क्लासिकल फिल्म ‘आराधना’ ने उनके करियर का सितारा बुलंद कर दिया. 70 के दशक को पूरी तरह से राजेश खन्ना का दशक कह सकते हैं क्योंकि इस दशक वो था जब उन्होंने हर साल कई सुपरहिट फिल्में दी. इतना ही यह दौर ऐसा था जब हर निर्देशक, हर हीरोईन उनके साथ काम करना चाहती थी. हर जगह उनकी ही तूती बोलती थी. बॉलीवुड में उनको ‘काका’ कहकर पुकारा जाने लगा. इस दिनों उनकी अमर प्रेम, दाग, नमक हराम, रोटी जैसी कई सुपरहिट फिल्में आईं.
 
 
इन फिल्मों के बाद से उनकी छवि एक रोमांटिक हीरो की बन गई. उनके दिवाने तो सभी थे, लेकिन खासतौर पर लड़कियां उनके पीछे पागल हो चुकी थी. यह भी कहा जाता है कि लड़कियां उनकी इतनी दिवानी थी कि उन्हें अपने खून से खत लिखकर उसी से अपनी मांग भर लिया करती थी. काका को लेकर लड़कियों की दिवानगी का एक किस्सा यह भी है कि एक बार जब राजेश खन्ना बीमार पड़े थे तो कॉलेज की कुछ लड़कियों ने उनके पोस्टर पर बर्फ की थैली रखकर उनकी सिकाई शुरू कर दी ताकि उनका बुखार जल्द से जल्द उतर जाए.
 
 
काका के पीछे कई लड़कियां दिवानी थी लेकिन वो अपना दिल पहली नजर में हीं गुजराती गर्ल डिंपल कपाड़िया को दे चुके थे. इसके बाद राजेश और डिंपल के बीच तीन साल तक अफेयर चला. लेकिन 1973 में दोनों ने शादी कर ली. शादी के वक्त जहां राजेश खन्ना की उम्र 31 साल थी वहीं उस वक्त डिंपल महज 16 साल की थीं. 
 
 
लेकिन राजेश और डिंपल की शादी ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाई. कुछ ही दिन बाद दोनों अगल हो गए. डिपंल से पहले राजेश खन्ना का प्यार अंजू महेन्द्रू थीं, वहीं अनीता आडवाणी के साथ भी उनके लिव-इन-रिलेशनशिप की बात सामने आई थी. वैसे तो काका की रियल लाईफ भी किसी किताब के रोटक पन्नों से कम नहीं है. लेकिन इसी के साथ ‘काका’ 18 जुलाई, 2012 को इस दुनिया को अलविदा कह गए. 
 
 
 
 
 
 
 

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