बिहार के इस लाल ने लातिन अमेरिकी फिल्मों में मचाया धमाल…

कुछ लोग अपनी मेहनत और लगन की वजह से कुछ ऐसा कर दिखाते हैं जो केवल सपने में पूरे हो सकते हैं. हम बात कर रहे हैं बिहार के मोतीहारी जिले में रहने वाले प्रभाकर शरण की. दरअसल, बिहार के रहने वाले 36 साल के प्रभाकर शरण अब लातिन अमरीकी सिनेमा में पहले भारतीय हीरो के रूप में नजर आने वाले हैं.

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बिहार के इस लाल ने लातिन अमेरिकी फिल्मों में मचाया धमाल…

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  • December 27, 2016 6:25 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
पटना. कुछ लोग अपनी मेहनत और लगन की वजह से कुछ ऐसा कर दिखाते हैं जो केवल सपने में पूरे हो सकते हैं. हम बात कर रहे हैं बिहार के मोतीहारी जिले में रहने वाले प्रभाकर शरण की. दरअसल, बिहार के रहने वाले 36 साल के प्रभाकर शरण अब लातिन अमरीकी सिनेमा में पहले भारतीय हीरो के रूप में नजर आने वाले हैं. 
 
बिहार के मोतीहारी जिले में जन्में प्रभाकर शरण ने अपनी पढ़ाई हरियाणा में की.  उनके स्ट्रगल लाईफ की बात करें तो प्रभाकर ने बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए बहुत कोशिश की. इतना ही नहीं प्रभाकर बॉलीवुड एक्टर मनोज वाजपेयी के पिता की पैरवी वाली चिठ्ठी लेकर मुंबई भी पहुंचे. इसके बावजूद भी उनका कोई काम नहीं बना. जिसके बाद प्रभाकर 1997 में कोस्टारिका पहुंच गए.
 
 
यहां उन्होंने पढ़ाई करने के साथ – साथ कई कामों में भी हाथ आजमाया, लेकिन सफल होने में नाकाम रहें. इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड से प्रभावित होकर कहानी लिखी. प्रभाकर शरण की फिल्म का नाम ‘इनरेदादोस: ला कन्फ्यूजन’, अंग्रेजी में इस फिल्म के नाम को ‘इनटैंगल द कन्फ्यूजन’ कहेंगे और हिंदी में इस नाम का मतलब ‘प्यार और घनचक्कर’ है. हालांकि फिलहाल हिंदी में इस फिल्म का टाइटल तय नहीं किया गया है. 
 

 
 
लातिन अमरीकी देश कोस्टारिका में बॉलीवुड का तड़के के साथ प्रभाकर की फिल्म  ‘इनरेदादोस: ला कन्फ्यूजन’ अगले साल 9 फरवरी को रिलीज होने वाली है. फिल्म का ट्रेलर भी पहले ही रिलीज किया जा चुका है. खबर यह है कि प्रभाकर अपनी इस फिल्म को अंग्रेजी और हिंदी में डब कराना चाहते है. लेकिन खासतौर पर प्रभाकर अपनी फिल्म बिहार के लिए भोजपुरी में रिलीज कराना चाहते हैं.
 

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