मुंबई: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की 5 दिसंबर की रात हार्ट अटैक से मौत हो गई है. वो 74 दिनों से बीमार चल रही थी इतने दिनों में उन्हें दूसरी बार दिल का दौरा पड़ा था.
आपको बता दें जयललिता तमिलनाडु में जितनी लोकप्रीय थीं उतनी ही लग्जीरियस उनकी लाइफ थी. उनके जीने का अंदाज एकदम अलग रहा है. उनकी लाइफ बहुत रॉयल थी और उनका एक अलग स्टाइल था. हमेशा लोग उनकी शानो-शौकत देखकर दंग रह जाते थे. जया के बारे में ऐसा कहा जाता है कि उनके पास 10 हजार से ज्यादा साड़ियां और करीब 750 जोड़ी चप्पले थीं.
- राजनीति में आने से पहले जब वह फिल्मों में भी थीं, तो पूरे शाही अंदाज में ही रहती थीं. उनके लिए खाना हमेशा घर से आता था. वो अपने समय की टॉप एक्ट्रेस में से एक थीं. लेकिन राजनीति में आने के बाद भी उनकी रॉयल लाइफ में कोई चेंज नहीं आया. छोटे से बड़े लोग उनके पैर छूते थे.
- जयललिता लिखने का शौक भी था. वह अपनी डायरी में हमेशा कुछ न कुछ लिखती रहती थी. एक तमिल पत्रिका ‘थाई’ में भी लंबे समय तक वे एक कॉलम लिखती थी. इसमें वह ज्यादातर अपनी निजी जिंदगी के बारे में लिखती थीं. उन्होंने तमिल में एक नॉवेल भी लिखी है.
- जयललिता 5 भाषाएं बोलनी आती थीं. वह अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में एक्सपर्ट थी. इसी के साथ वे क्लासिकल डांस में भी एक्सपर्ट थी. उन्होंने भारत में कई जगह क्लासिकल डांस की परफॉर्मेंस भी दी. उन्होंने 4 साल की उम्र से कर्नाटक संगीत भी सीखा था. उन्होंने अपनी कई फिल्मों में गाना भी गाया है.
- ऐसा भी कहा जाता है कि जब उनकी कोठी पर छापा पड़ा था तो उनके घर में दस हजार साड़ियां और 750 जोड़ी जूते अलमारियों में रखे पाए गए थे.
- लिखने के साथ पढ़ने का भी शौक था. एक्टिंग करियर के दौरान वह किताबें हमेशा अपने पास रखती थीं और जब भी शूटिंग के बाद खाली समय में वह उन्हें जरूर पढ़तीं थीं. उनके घर में एक बहुत बड़ी लाइब्रेरी भी है, जहां वो अपना खाली समय अपनी पसंदीदी किताबें बिताती थीं. वो कहीं भी जाती थीं अपने साथ बुक ले जाने नहीं भूलती थीं.
- जयललिता को गठिया की परेशानी थी इसलिए उनके लिए सागौन की लकड़ी की बनी खास कुर्सी डिजाइन की गई थी. यह कुर्सी दिल्ली स्थित तमिलनाडु भवन में रखी है. दिल्ली दौरे के दौरान जयललिता जहां-जहां जाती थी, कुर्सी भी वहां-वहां ले जाई जाती थी. दिल्ली में उनकी मुलाकात के कार्यक्रमों के बाद यह कुर्सी वापस तमिलनाडु भवन भेज दी जाती थी
- जयललिता ने सितंबर, 1995 में अपने गोद लिए हुए बेटे सुधाकरन की शादी की थी. शादी का खर्च 75 करोड़ रुपए आया था और करीब 1,50,000 लोग इस शादी में शामिल हुए थें. शादी के मंदिर से 5 किलोमीटर की दूरी तक सड़क पर गुलाब के फूल बिछाए गए थे. इसके अलावा इस शादी में खाने-पीने के इंतजाम पर ही 2 करोड़ रुपए खर्च हुआ था. ये शादी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है.