राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में फिल्म पद्मावती के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे 300 के अधिक लोगों को धारा 129 के तहत हिरासत में लिया गया. हालांकि बाद में उन्हेें छोड़ दिया गया.
नई दिल्ली. रविवार को राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में विवादित फिल्म ‘पद्मावती’ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान 20 महिलाओं समेत लगभग 300 लोगों को हिरासत में लिया गया. चित्तौड़गढ़ पुलिस स्टेशन के एसएचओ ओम प्रकाश ने बताया कि क्षेत्रीय लोगों ने पादनपोल से कलैक्टर के ऑफिस तक फिल्म पद्मावती के खिलाफ विरोध रैली का आयोजन किया था जहां उन्हें हिरासत में लिया गया. उन्होंने बताया कि धारा 129 के तहत हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों को इंदिरा गांधी स्टेडियम ले जाया गया जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया.
इसके अलावा खबर है कि राजपूतों के संगठनों के दवाब के चलते एएसआई ने रानी पद्मावती के महल के पास इतिहास लिखे पत्थरों को ढंक दिया है. बता दें कि चित्तौड़गढ़ ही वह जगह है जहां अलाउद्दीन खिलजी और राजा रतन सिंह के बीच युद्ध हुआ था. वहीं फिल्म के विवादित होने का बड़ा कारण राजपूतों का इसपर विरोध है. दरअसल राजपूतों को आशंका है कि फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी और पद्मावती के संबंधों को गलत तरीके से दिखाए गया है. गौरतलब है कि संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित फिल्म ‘पद्मावती’ ट्रेलर जारी होने के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है. यहां तक कि इस विवाद के कारण फिल्म की रिलीज को भी टालना पड़ा है.
इसके अलावा मामले को लेकर कुछ संगठनों में इतना रोष है कि विवाद थमने की जगह बढ़ता ही जा रहा है. यही वजह है कि इसे लेकर फिल्म के निर्देशक से लेकर कलाकारों तक सभी को खुले आम धमकी भी दी जा चुकी है.
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