वाशिंगटन. बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को एयरपोर्ट पर रोके जाने की घटना पर अमेरिका ने माफी मांग ली है. अमेरिका ने इस घटना पर सफाई देते है कि ये घटना किसी प्रकार के नियम या फिर जातीय भेदभाव का नतीजा नहीं है. यह चेकिंग केवल सुरक्षा के मद्देनजर ही की गई थी.
अमेरिका के लॉस एंजिलिस एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने कहा कि जब भी कोई ऐसा व्यक्ति अमेरिका का सफर करता है तब उसे अमेरिकी दूतावास को पहले ही सूचना दे देनी चाहिए ताकि उसे अप्रिय व्यवहार का सामना न करना पड़े.
भारत में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने इस घटना पर माफी मांगी है. उन्होंने ट्विटर पर कहा कि हम इस घटना के लिए माफी मांगते हैं. हम इस पर काम कर रहे हैं. ताकि यह तय किया जा सके कि आगे फिर ऐसा न हो. आपके काम से अमेरिकियों समेत लाखों लोगों को प्रेरणा मिलती है.
शाहरूख खान को अमेरिका के लॉस एंजिलिस एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने उनसे दो घंटे तक पूछताछ की. शाहरुख ने ट्वीट कर बताया कि उन्हें अमेरिका के इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने उनसे दो घंटे तक पूछताछ की. बता दें कि शाहरुख के साथ साल 2012 में भी शाहरुख के साथ ऐसी ही एक घटना देखने को मिली थी.
उन्होंने ट्विटर पर अपने गुस्से का इजहार करते हुए लिखा कि दुनिया में आज जो हालात हैं, उसे देखते हुए सुरक्षा के मुद्दे को पूरी तरह समझता और सम्मान करता हूं, लेकिन हर बार अमेरिकी इमिग्रेशन विभाग द्वारा हिरासत में लिया जाना सच में बुरा लगता है. हालांकि बाद में शाहरुख ने अपने मजाकिया अंदाज में एक और ट्वीट किया कि अच्छी बात ये है कि मुझे इस हिरासत के दौरान कई पॉकेमॉन पकड़ने की फुरसत मिल गई.
बता दें कि इससे पहले अप्रैल 2012 में भी शाहरुख को न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन वालों ने हिरासत में लिया था. शाहरुख ने उस वक्त भी इस घटना को लेकर दुख जाहिर किया था. हालांकि इसके बाद अमेरिकी कस्टम और सीमा सुरक्षा अधिकारियों ने शाहरूख खान को हिरासत में लिए जाने पर गहरा खेद जताया था. साल 2009 में भी शाहरुख को न्यूजर्सी स्थित नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया था. ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि उनका नाम कंप्यूटर की अलर्ट लिस्ट में आ रहा था.