नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्टर सलमान खान और शाहरुख खान के ‘बिग बॉस’ के एक एपिसोड में काली मंदिर में कथित रूप से जूते पहन कर दिखाए जाने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को अदालत से कहा कि उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं बनता है.
अदालत वकील गौरव गुलाटी द्वारा दायर एक शिकायत पर सुनवाई कर रहा था. शिकायत में दोनों सितारों के खिलाफ, कथित तौर पर जूते पहन कर एक मंदिर में दिखकर लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने के लिए कार्रवाई की मांग की है.
दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि प्रमोशन कार्यक्रम लोगों की आस्था को चोट पहुंचाने या धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं किया गया था. तथ्यों और रपट को देखते हुए सलमान और शाहरुख के खिलाफ कोई संज्ञेय अपराध नहीं
बनता है.
हिंदू महासभा ने दाखिल की थी याचिका
याचिका हिंदू महासभा ने दाखिल की है और उसके अध्यक्ष भरत राजपूत का कहना है कि सलमान-शाहरुख को मंदिर में जूते पहने हुए देखा गया है और इससे हमारी धार्मिक भावनाएं आहात हो रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि कलर्स पर पिछले साल दिसंबर में टीवी बिग बॉस पर यह वीडियो प्रसारित की गई है और टीवी पर ऐसा दिखाना असंवेदनशीलता का उदाहरण है.
क्या है मामला ?
शाहरुख अपनी फिल्मे ‘दिलवाले’ के प्रमोशन के लिए सलमान के शो ‘बिग बॉस 9’ पर गए थे. जिसके लिए बनाए गए प्रोमो में दोनों सितारे काली मंदिर के अंदर जूते पहने हुए नजर आ रहे हैं. ‘करण अर्जुन’ को दोबारा से रिकॉल कराने के मकसद से फिल्मी में राखी के मशहूर डायलॉग ‘मेरे करण अर्जुन आएंगे’ का इस्तेकमाल प्रोमो के शुरुआत में किया गया है. बता दें कि ऐसा ही काली मंदिर फिल्मय ‘करण अर्जुन’ में भी दिखाया गया था.