नई दिल्ली. बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा साल 2008 में एक युवक को थप्पड़ मारने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया. सुप्रीम कोर्ट ने गोविंदा से पूछा, ‘आप हीरो हैं, आप हर किसी को थप्पड़ मारेंगे. कोर्ट ने कहा कि आपकी फिल्मों को हम भी एंजाय करते हैं, लेकिन किसी को मारें ये हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. रील लाइफ और रियल लाइफ में अंतर को समझें.
कोर्ट ने कहा, ‘आम आदमी को आपका थप्पड़ मारना शोभा नहीं देता. आप बड़े हीरो हैं, बड़ा दिल भी दिखाएं.’ सुप्रीम कोर्ट इस घटना का वीडियो भी देखा. साथ ही बॉलीवुड अभिनेता को शिकायतकर्ता से मिलकर माफी मांगने का सुझाव भी दिया. मामले की अगली सुनवाई 9 फरवरी है.
क्या है मामला?
गोविंदा ने 2008 में मूवी ‘मनी है तो हनी है’ की फिल्मिस्तान स्टूडियो में शूटिंग कर रहे थे. उसी दौरान उन्होंने संतोष राय को थप्पड़ मारा था. इसके बाद राय ने बॉम्बे हाईकोर्ट में केस दायर किया था. हाईकोर्ट ने 2013 में पर्याप्त सबूत नहीं होने की वजह से केस खारिज कर दिया था. इसके बाद राय ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. गोविंदा का कहना था कि राय ने साथी महिला कलाकारों के साथ दुर्व्यवहार किया था, इसीलिए उन्होंने उसे थप्पड़ मारा था.